डेस्क, लुधियाना। मैसर्ज SEL TEXTILE लिमिटेड के डायरेक्टर व प्रख्यात कारोबारी नीरज सलूजा के सात दिन के ईडी रिमांड के बाद अब उनके नजदीकियों के जालंधर स्थित ईडी आफिस में पेश होने का सिलसिला आरंभ हो गया है। आज इस मामले में नीरज सलूजा के सबसे अहम नदजीकी व इस पूरे बैंक फ्राॅड में अहम सूत्रधार को भी जालंधर बुलाया गया है। सूत्र बताते हैं कि ईडी की पूरी जांच साल 2007 से लेकर साल 2011 जब SEL मैन्यूफैक्चरिंग लिमिटेड कंपनी को एक दर्जन के करीब बैंकों के जरिए मिला करीब 4 से 5 हजार करोड़ का लोन का पैसा किस तरह से कंपनी के अकाउंट से निकला, उस पर फोकस है। इन तीन से पांच साल के पीरियड़ में तब किस कंपनी से कंस्ट्रक्शन के नाम पर मोटे बिल लेकर उसे करोड़ों का भुगतान किया गया। बताया जाता है कि ईडी में आज पेश होने वाला ये सूत्रधार भी SEL मैन्यूफैक्चरिंग लिमिटेड का अहम वेंडर रहा है और अकेली उसकी कंपनी को SEL से करोड़ों रुपए का भुगतान बिलों के नाम पर किया गया था। बताया जाता है कि ये पूरा घालमेल एक प्रोफेशनल के जरिए ईडी तक पहुंचने की भी बातें सामने आ रही हैं। बताया जाता है कि ये वेंडर अकेला ऐसा वेंडर था कि कंस्ट्रक्शन मैटीरियरल कहीं का भी हो, लेकिन SEL को सप्लाई इसी वेंडर के जरिए बिल से होती थी। ऐसे में ईडी के इस शिकंजे से सलूजा की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। ------- करीब एक दशक पहले लुधियाना में चर्चा में आया था बोगल बिलिंग मामला गौर हो कि लुधियाना में करीब एक दशक पहले एक बोगस बिलिंग का मामला सेल्स टैक्स व एक्साइज डिपार्टमेंट की जांच के दायरे में आया था। तब इस मामले को लेकर खूब गहमागहमी लुधियाना में आई थी। बताया जाता है कि इस पूरे बोगस बिलिंग के तार पर कहीं न कहीं SEL कंपनी के साथ जुडे़ हुए थे। लेकिन तब एक पीसीएस अधिकारी जो की अब आईएएस के पद पर प्रमोट हो चुका है, ने इस पूरे मामले का बड़ा लेनदेन कर दबा दिया था।
Sel-Fraud-Case-Big-Master-May-Appear-In-Jalandhar-Ed-Office-Today
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Yashpal Sharma (Editor)