यशपाल शर्मा, लुधियाना
रियल इस्टेट कारोबारी और शिरोमणि अकाली दल के नेता विपन सूद काका की कोठी पर तीन दिन चली इंकम टैक्स की रेड में मिले करोड़ों रुपए के प्रॉपर्टी एग्रीमेंट उनकी मुसीबतों को ओर बढ़ा सकते हैं। जानकार बता सकते हैं कि इस मामले में जल्द इंफाेर्समेंट डायरेक्टोरेट ( ईडी ) की भी एंट्री हो सकती है, इसकी भी चर्चा शहर में शुरु हो गई है। इसका बड़ा कारण है कि करोड़ों की प्रॉपर्टी सेल परचेज के एग्रीमेंट। जहां इंकम टैक्स की ओर से आय से अधिक आमदन के इस मामलें में काका सूद के पिछले दस सालों की बैंक एंट्री, सालाना इंकम टैक्स रिटर्न, उनकी विदेश यात्रा का विवरण, उनकी शहर से बाहर खरीदी गई प्राॅपर्टीज व बाहरी इंवेस्टमेंट का ब्यौरा खंगाल रही है और बताया जाता है कि इस ब्यौरे के जरिए इंकम टैक्स इस मामले में काका से जुडे़ कईं नदजीकियों को सम्मन करने की भी तैयारी कर रही है। सूत्र बताते है कि उनकी करोड़ों की इस इंवेस्टमेंट पर ईड़ी भी नजर जमाए हुए हैं और वे भी Prevention of Money Laundering Act, 2002 के तहत इस केस में एंट्री कर सकती है। इस पूरी छापामारी को राजनीतिक ढंग से भी जोड़कर देखा जा रहा है और अगर इस मामले में राजनीतिक इश्यू सच में है तो ईडी की इस केस में घुसने की संभावना बेहद अधिक बढ़ जाती है। विपन सूद का शिरोमणि अकाली दल से जुडे़ हुए हैं और शिअद सुप्रीमो उन्हें लुधियाना से लोकसभा की टिकट देने का भी एलान मीडिया के समक्ष कर चुके हैं। करीब पांच साल पहले एक प्राॅपर्टी व शराब कारोबारी पर इंकम टैक्स की छापामारी के दौरान काका सूद के भी ठिकानों पर रेड की गई थी, ( जो पहले मीडिया में नहीं आया) लेकिन अब फिर पांच साल बाद ये दोबारा से छापामारी राजनीतिक एंगल को भी पुख्ता करती है।
इंकम टैक्स काे जबाव देने के लिए बड़ा वकील किया हायर
भले ही ये इंकम टैक्स की छापामारी विपन सूद काका की कोठी पर की गई, लेकिन इसकी चिंगारियां शहर के कईं दिग्गज कारोबारी जो प्रॉपर्टी से जुडे़ हैं और काका के नजदीकी है, पर भी आती दिखाई दे रही हैं। इसलिए इस पूरे केस को मैनेज करने के लिए एक बडे़ वकील को हायर किया गया है, जिसकी फीस लाखों में बताई जा रही है। ये वे वकील हैं, जिन्हें हायर करना किसी आम व्यक्ति के फाइनांसशियल दायरे में नहीं आता। ये पूरा मामला मीडिया में अधिक न उछले, इसके लिए इस रेड में कुछ भी इंकम टैक्स के हाथ में न लगने के दावे भी जमकर किए जा रहे हैं, लेकिन तीन दिन इंकम टैक्स की रेड और ये कहना की कुछ हाथ नहीं लगा तो ये साफ साफ मुर्ख बनाने वाली बात सा है। लेकिन करोडों रुपए के दस्तावेज इंकम टैक्स के हाथ लगे हैं, इसकी पुष्टि इंकम टैक्स विभाग के एक सूत्र ने की है।
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Yashpal Sharma (Editor)