चंडीगढ़। पंजाब में कोरोना के मामलों को बढ़ते देख केंद्र सरकार द्वारा सभी राज्य सरकारों को टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देंश दिए हैं। वहीं दूसरी तरफ टेस्टिंग के मामले में पंजाब की रवैया सुस्त है। जबकि इस संबंध में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब में कोरोना की रोकथाम के लिए शुक्रवार को सेहत विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग की। उन्होंने मौजूदा कोरोना की स्थिति से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान सीएम ने राज्य के लोगों से मास्क पहनने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य स्तर पर कोविड कंट्रोल रूम स्थापित करेगी। इसके अलावा उन्होंने सभी जिलों के डीसी को तैयारियों का जायजा लेने के निर्देश दिए हैं। मीटिंग में स्वास्थ्य अधिकारियों ने पंजाब की वर्तमान स्थिति पर बातचीत करने के अलावा अन्य तैयारियों पर विचार-विमर्श किया। जबकि सेहत विभाग को भी टेस्टिंग में तेजी लाने को कहा गया है। सेंटर गावर्नमेंट ने जताई चिंता कोरोना के बढ़ते मामलों को देख सेंटर गावर्नमेंट ने चिंता व्यक्त की है। जिसके चलते सभी राज्यों में कोविड टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। मगर फिर भी पंजाब की रफ्तार धीमी है। अब तक पंजाब के 9 जिलों में कोरोना टेस्टिंग के लिए सैंपलिंग 50 से भी कम रही है। जबकि अमृतसर और संगरूर में 1-1 नया कोविड पॉजिटिव मरीज पाया गया। इससे कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या दोबारा 9 हो गई है, जबकि 20 दिसंबर को अमृतसर से ही एक कोरोना पेशेंट को डिस्चार्ज करने से यह संख्या 8 रह गई थी। जबकि वीरवार रोपड़ से एक कोविड पेशेंट को डिस्चार्ज किया गया है। कोविड टेस्टिंग में तेजी नहीं केंद्र सरकार के अलर्ट करने से पहले पंजाब में औसतन 2500 कोविड टेस्ट किए जा रहे थे, लेकिन केंद्र के टेस्ट बढ़ाने के निर्देशों के बावजूद भी पंजाब सरकार की कोरोना से निपटने की रफ्तार धीमी बनी है। क्योंकि बीती 21 दिसंबर को पंजाब में औसत से केवल 349 कोविड टेस्ट ही अधिक हुए थे। जबकि 22 दिसंबर को इनकी औसत संख्या 2500 से भी कम होकर 2484 पर पहुंच गई। जिस कारण पंजाब सरकार के स्वास्थ्य विभाग की कोरोना से निपटने की तेज प्रक्रिया पर सवाल बने हुए हैं।
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Yashpal Sharma (Editor)