पंजाब भाजपा के मीडिया पैनलिस्ट परमिंदर मेहता ने ‘आप ‘ विधायकों द्वारा नगर निगम चुनाव में अपनी पत्नियों को न जीता पाने पर कटाक्ष करते कहा कि 'जिनके घर शीशे के होते है वह दूसरों पर पत्थर नहीं फेकतें'। मेहता ने कहा कि बहुमत ना मिलने का ठीकरा प्रशासन पर फोड़ अब ये विधायक डीसी को इसका जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उन्होंने कहा आप पार्टी ने बड़ी चतुराई से नगर निगम चुनाव जितने के लिए वार्ड हद बंदी के नाम पर बड़े स्तर पर वोटर लिस्टों में भी काट छाट की। जिसके परिणाम स्वरूप विपक्ष के साथ सत्तापक्ष को भी इसका ख़ामियाज़ा भुगतना पड़ा । इस लिए इन विधायकों पर उक्त कहावत भी फिट बैठती है। मेहता ने कहा कि लोगो द्वारा आप पार्टी को नगर निगम चुनाव में दिए गए बहुमत के अनुसार इन्हें नैतिकता के आधार पर मेयर बनाने का कोई अधिकार नहीं। मेहता ने आप विधायकों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जिन कार्यकर्ताओं ने इन्हें बनाया उन पर विश्वास ना कर अपने परिवारों को निगम चुनाव में उतारना इनकी बड़ी भूल थी। जिस पर इन्हें अपने कार्यकर्ताओं (वालंटियर्स) से माफ़ी मगनी चाहिए थी लेकिन यह अपनी ग़लती (हार) से ध्यान हटाने के लिए बहुमत ना मिलने का ठीकरा प्रशासन पर फोड़ना चाहते है। उन्होंने निगम में बहुमत साबित करने के लिए ‘आप’ द्वारा विपक्ष के पार्षदों को डरा धमका व लालच देकर अपनी पार्टी में शामिल करने की ज़ोरदार शब्दों में निंदा की।
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Yashpal Sharma (Editor)