यशपाल शर्मा, लुधियाना सतलुज क्लब की नई कार्यकारिणी अपने मैंबर्स को महंगे दामों पर शराब परोसने के आरोपों में घिरती दिखाई दे रही है। सतलुज क्लब में शराब इतनी महंगी है कि यहां के मैंबर रोजाना शराब पीने को लोधी क्लब में जाकर बैठ रहे हैं और क्लब का बार रुम पूरी तरह से खाली होता जा रहा है। इस बात का पूरा खुलासा सतुलज क्लब के एक्स बार सेक्रेटरी व कारोबारी राकेश कपूर ने लोधी क्लब की रेट लिस्ट सामने रखकर किया। हैरानी इस बात को लेकर भी है कि इन दोनों क्लबों की प्रेसीडेंट लुधियाना की डिप्टी कमिश्नर सुरभि अग्रवाल हैं, लेकिन इसके बावजूद सतलुज क्लब में 25 से 300 फीसदी अधिक दामों पर शराब मैंबर्स को परोसी जा रही है। ये क्लब मैंबर्स के साथ साथ तो सीधी ठगी है ही, लेकिन मैंबर्स के साथ की जा रही ये ठगी का पैसा किसकी जेब में जा रहा है, अब ये सवाल सबके जहन में घूमने लगा है। ऐसे में ये ठगी केवल मैंबर्स के साथ हो रही है या फिर क्लब के साथ भी हाे रही है, ये अब जांच का इश्यू बनता दिखाई देने लगा है। सूत्र बताते हैं कि मीडिया में ये पूरा उछलने के बाद डिप्टी कमिश्नर सुरभि मलिक ने क्लब के जरनल सेक्रेटरी डा. चावला इसका पूरा ब्यौरा मांगा है। इसके लिए क्लब की ओर से नई व पुरानी रेट लिस्टें खंगाली जा रही हैं। राकेश कपूर ने बताया कि कल ये मामला उनके व्हाटसएप ग्रुप के जरिए शुरु हुआ और इसके बाद ये पूरा मामला मीडिया में आ गया। अब वे इस मामले की जांच को डीसी से मांगा करने का रहे हैं। -शराब की परचेज व प्राफिट सहित कईं अन्य सवालों के घेरे में जरनल सेक्रेटरी व बार सेक्रेटरी लोधी क्लब के मामले सतलुज क्लब में 20 फीसदी से लेकर 300 फीसदी अधिक दाम पर शराब मैंबर्स को परोसे जाने का मामला कोई छोटा नहीं है। सतलुज क्लब की शराब की परचेज महंगी है या लोधी क्लब की सस्ती है, ऐसा संभव जान नहीं पड़ता। हां ऐसा भी संभव है कि सतलुज क्लब ने मैंबरों को परोसे जाने वाली शराब में अपना प्रॉफिट अधिक रखा हो और लोधी क्लब का कम हो। लेकिन इसके साथ साथ जांच ये भी होनी चाहिए कि ऐसा तो नहीं कि सतलुज क्लब व लोधी क्लब में शराब तो एक ही दाम पर आ रही हो, लेकिन सतलुज क्लब में परचेज बिल को बढ़ा चढ़ा कर दिखा क्लब को चूना लगाया जा रहा हो। इस लिए उक्त पूरे मामले में कमेटी बनाकर जांच की जानी चाहिए, तांकि पूरा सच बाहर आ सके। इतना ही नहीं क्लब में व्हिस्की व स्कॉच सप्लाई करने वाली कंपनियां सीधे तौर पर कईं तरह की स्कीम क्लब को देते हैं, लेकिन इस तरह का फायदा भी मैंबर्स को क्लब में नहीं दिया जा रहा। केवल कभी स्पेशन फंक्शन दौरान रेटों में 20 से 25 फीसदी की गिरावट देकर मैंबरों को खुूश करने की कोशिश की जाती है। क्लब में शराब खरीद में सबसे अहम भूमिका केवल जरनल सेक्रेटरी व बार सेक्रेटरी की ही रहती है। इस समय क्लब में जरनल सेक्रेटरी डा. अजीत सिंह चावला और बार सेक्रेटरी की कमान भूपिंदर सिंह देव के पास है। इस तरह लगाएं मेंबरों के साथ ठगी का अंदाजा सतलुज क्लब में ग्रे ग्रूस का 60 एमएल का पैग बिना वैट के 360 रुपए का परोसा जाता है और इस पर 14.3 फीसदी वैट लगने पर इसकी कुल कीमत 411 रुपए मैंबर से वूसली जा रही है। जबकि इसी ब्रांड की 60 एमएल पैग की कीमत 200 रुपए चार्ज की जा रही है और वैट सहित इसका दाम 229 रुपए मैंबर से वसूल किया जाता है। ऐसे में केवल एक पैग में मैंबर की जेब पर 100 फीसदी अधिक भार डाला जा रहा है। इतना ही नहीं शिवास 18 साल वाली का 60 एमएल पैग जो लोधी क्लब में 390 का है वहीं पैग सतलुज क्लब में 640 में बेचा जाता है। इसके अलावा सस्ती शराब पीने वालों को भी सतलुज क्लब में नहीं बख्शा जाता है। रॉयल स्टैग व रॉयल चैलेंज का जो पैग लोधी में 50 रुपए का है, वही पैग सतलुज में 80 रुपए का बेचा जाता है। -------- जब इस बारे में सतलुज क्लब के बार सेक्रेटरी भूपिंदर सिंह देव से बात की गई तो उन्होंने अपनी व्यस्तता दिखा कर पांच मिनट बाद फोन करने की बात की, लेकिन दोबारा उनका फोन नहीं आया। वहीं इस बारे में जब सतलुज क्लब के जरनल सेक्रेटरी डा. अजीत सिंह चावला से बात की गई तो उन्होंने अपना तर्क देते बताया कि उनकी व लोधी क्लब की परचेज अलग अलग है और साथ ये भी कहा कि लोधी क्लब में पुराने स्टॉक को निकालने के लिए शराब सस्ती कर दी जाती है और ऐसे दो तीन ब्रांड हो सकते हैं। हमारे रेट भी कईं शराब के ब्रांड पर कम हैं।
Liquor-being-sold-at-sutlej-club-costlier-than-lodhi-club-same-whiskey-and-rate-many-times-more
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Yashpal Sharma (Editor)