जहां पूरा देश इंग्लैंड के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के भारतीय मूल के होने के चलते गर्व महसूस कर रहा है, तो वही पूरे पंजाब वासियों खासकर लुधियाना की बेरी परिवार की खुशी के अलग ही मायने हैं। इसका कारण है बेरी परिवार (दोनों भाई सुभाष बेरी- राजेश बेरी,क्लब रोड) का इंग्लैंड के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से खून का रिश्ता होने का। ऋषि सुनक सुभाष बेरी की सगे चाचा जी की बेटी के बेटे हैं। ऋषि सुनक के नानाजी रघुवीर सेन बेरी लुधियाना के आलमगीर के नजदीक गांव जसोवाल सूदा के रहने वाले थे और इसी गांव में बेरी परिवार के बड़े बुजुर्गों का जन्म हुआ था। करीब पांच दशक पहले रघुवीर सेन बेरी लुधियाना से केनिया (साउथ अफ्रीका) शिफ्ट कर गए और और इसके कुछ देर बाद वे केनिया से इंग्लैंड आ गए। जहां रघुवीर सेन बेरी ने बतौर टैक्सेशन ऑफिसर काम किया। जिसके कुछ साल बाद ही उन्हें मेंबर ऑफ ब्रिटिश अंपायर की उपाधि मिल गई और उनका पूरा परिवार रानी एलिजाबेथ के नजदीक आ गया। सितंबर 2009 में इंग्लैंड के नए प्रधानमंत्री ऋषि सोनिक की शादी हुई थी और इसी दौरान लुधियाना में सुभाष बेरी की पत्नी का निधन हो गया था। इस वजह से बेरी परिवार से कोई भी सदस्य ऋषि की शादी में शामिल नहीं हो पाया था। ऋषि कभी लुधियाना तो नहीं आए, लेकिन उनके नाना रघुबीर सिंह बेरी अक्सर लुधियाना की विजिट करते रहते हैं। ऋषि सोनिक यशवीर सुनक के बेटे हैं और और उनकी माता उषा सुनक और भाई संजय है। आर्थिक मंदी के दौर में ऋषि सोनिक को मिली इंग्लैंड की कमान ऋषि सुनक को ऐसे समय में इंग्लैंड की कमान मिली है जब ये देश बड़े आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। असल में रूस और यूक्रेन की लड़ाई इस मंदी की बड़ी वजह है। इंग्लैंड रूस का बड़ी मात्रा में नेचुरल गैस का खरीददार है और इस लड़ाई की वजह से रूस और इंग्लैंड के बीच के संबंध अधिक बेहतर नहीं रहे । जिसके चलते अब इंग्लैंड के लोगों को बड़े महंगे दामों पर ये नेचुरल गैस रूस से खरीदनी पड़ रही है। इसके चलते इंग्लैंड धीरे धीरे बड़े आर्थिक तनाव की स्थिति में पहुंचता जा रहा है। ऐसे माहौल में इंग्लैंड की कमान संभालना किसी को आसान नहीं दिखाई दे रहा और इसी वजह से लिज ट्रस 45 दिनों में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे गई । ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस के साथ बेहतर संबंध कहीं ना कहीं इंग्लैंड की बिगड़ती स्थिति को संभाल सकते हैं इसकी वजह से ऋषि सुनक की बड़ी संख्या में यूके सांसदों की ओर से स्पॉट की गई है । -----------जाने, ऋषि सुनक का एजुकेशन कैरियर ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के विंचेस्टर कॉलेज से राजनीतिक विज्ञान में पढ़ाई की, जिसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से की। ऑक्सफोर्ड में ऋषि सुनक ने फिलोसॉफी और इकॉनोमिक्स को पढ़ा। इसके बाद ऋषि सुनक ने स्टैनफोर्ड से एमबीए भी किया। इस दौरान वे यूनिवर्सिटी में स्कॉलर थे। पढ़ाई पूरी करने के बाद ऋषि सुनक ने Goldman sachs के साथ काम किया और बाद में हेज फंड फर्म्स में पार्टनर बन गए। करियर के शुरुआती दिनों में जब ऋषि राजनीति में नहीं आए थे, तब उन्होंने एक अरब पाउंड की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट कंपनी की स्थापना की। इस कंपनी की खासियत थी कि यह ब्रिटेन में छोटे स्तर के कारोबारों में निवेश के लिए काफी सहायक थी। -----जानें ऋषि सुनक का राजनीतिक कैरियर ऋषि सुनक की राजनीतिक शुरुआत यूके के सबसे अमीर सांसदों में शामिल ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक साल 2015 में पहली बार यूके की संसद में पहुंचे थे । ऋषि सुनक ने यॉर्कशर के रिचमंड से जीत हासिल की थी। ऋषि सुनक ब्रेग्जिट का समर्थन करने वाले नेताओं में से एक थे, जिस वजह से राजनीति में उनका कद तेजी से बढ़ता रहा। ऋषि सुनक ने पूर्व प्रधानमंत्री टेरिजा मे की कैबिनेट में जूनियर मिनिस्टर का पद भी संभाला है। इसके बाद साल 2019 में बोरिस सरकार में ऋषि सुनक ब्रिटेन के वित्त मंत्री का कार्यभार भी संभाल चुके हैं। ऋषि सुनक ब्रिटेन के ऐसे नेता हैं, जिन्हें अमीर ससुराल होने की वजह से भी निशाने पर ले लिया जाता है। दरअसल, ऋषि सुनक की शादी इंफोसिस के को फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता से हुई है। दोनों की मुलाकात स्टैनफोर्ड में एमबीए कोर्स के दौरान हुई थी। बाद में दोनों ने शादी कर ली। ऋषि और अक्षता के दो बेटियां भी हैं, जिनके नाम कृष्णा और अनुष्का हैं।
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Yashpal Sharma (Editor)