संगरुर। पंजाब के पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सीनियर अकाली नेता सुखदेव सिंह ढींडसा ने शनिवार को संगरुर में अपने घर पर समर्थकों के साथ बैठक की। आगे की रणनीति के लिए उन्होंने फैसला अपने समर्थकों पर छोड़ दिया है। सुखदेव सिंह ढींडसा अपने बेटे, पूर्व वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा को अकाली दल द्वारा संगरूर से लोकसभा सीट न दिए जाने के कारण पार्टी से काफी खफा हैं। उनकी नाराजगी दूर करने एवं ढींडसा को मनाने के लिए तीन दिन पहले सुखबीर सिंह बादल खुद देर रात ढींडसा के घर पहुंचे थे। डेढ घंटा बंद कमरे में बैठक कर बादल ने ढींडसा को मनाने में अपना पूरा जोर लगा दिया, लेकिन ढींडसा नहीं मानें। जिसके बाद आज सुखदेव ढींडसा ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर बैठक की। सूत्रों से पता चला है कि ढींडसा आज या तो अपने बेटे पूर्व वित्त मंत्री परमिंदर ढींडसा को आजाद तौर पर चुनाव मैदान में उतार सकते हैं या फिर भाजपा को अपना समर्थन दे सकते हैं। वहीं भाजपा के नेशनल स्तर के नेता भी ढींडसा के लगातार संपर्क मे हैं। बता दें कि सुखदेव सिंह ढींडसा का स्थान स्वर्गीय पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल के बाद दूसरे नंबर पर आता था। सुखबीर सिंह बादल के पर्टी अध्यक्ष बनने के बाद से ढींडसा से लगातार उनके संबंध बिगड रहे हैं।