लुधियाना। ग्यासपुरा में हुए गैस लीक कांड मामले में शुक्रवार को एनजीटी के सदस्य घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान कई फैक्ट्रियों में दबिश देकर चैकिंग की गई। इलाके में सीवरेज के सेंपल लिए गए। उधर, फैक्ट्री संचालकों का भी आरोप है कि घटना के समय आरती क्लीनिक चलाने वाले डाक्टर कपिलाश ने ही कोई कैमिकल सीवरेज में गिराया था। जिसका खामियाजा वह लोग आज तक भुगत रहे है। इस मामले में एनजीटी के सदस्यों ने फैक्ट्री संचालकों के इस आरोप को निराधार बताया। सेंट्रल पॉल्यूशन बोर्ड से भरत कुमार शर्मा,मिनिस्ट्री आफ द एन्वायर्नमेंट से राजा राम, इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी और NDRF से दुगन लाल जाखड़ पहुंचे।
एनजीटी की टीम ने नए सिरे से इस मामले की जांच शुरू करवाई है। हादसे के समय मौजूद कुछ लोगों से भी बातचीत की गई है। बता दें 2 महीने पहले एनजीटी ने प्रशासन द्वारा बनाई जांच कमेटी की इन्वेस्टिगेशन पर असंतुष्टि जाहिर की थी। जांच में कोई कसूरवार न मिलने पर एनजीटी हरकत में आई। नई कमेटी का गठन किया गया था। नई कमेटी में मिनिस्ट्री ऑफ एनवायरमेंट फॉरेस्ट एंड क्लाइमेट चेंज ऑफ इंडिया का जॉइंट सेक्रेटरी, सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मेंबर सेक्रेटरी,आईआईटी दिल्ली के डायरेक्टर शामिल है। मेंबर सेक्रेटरी कमेटी को लीड कर रहे है। नई टीम गैस लीक होने के कारणों तथा इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने में जुटी हैं।
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Yashpal Sharma (Editor)