मोगा। पंजाब पुलिस की कोरोना वारियर रहीं लेडी इंस्पेक्टर अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल को सस्पेंड कर दिया गया है। मोगा जिले के थाना कोट इसे खां में SHO तैनात ग्रेवाल पर 5 लाख रुपए लेकर नशा तस्करों को छोड़ने का आरोप है। इस मामले में उसके साथ 2 मुंशियों को भी सस्पेंड कर उनके खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। DSP ने इस मामले की जांच की। जिसमें पता चला कि लेडी SHO ने दोनों मुंशियों के साथ मिलकर 3 नशा तस्करों को पकड़ा। फिर उन्हें 5 लाख रुपए की रिश्वत लेकर छोड़ दिया। अब तीनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। आरोपी महिला SHO कोरोना काल में फ्रंटलाइन वॉरियर के रूप में मशहूर हुई थी। ग्रेवाल को कोरोना हो गया था, लेकिन वह इससे ठीक होकर लौट आईं थी। हालांकि कोरोना ग्रस्त होने के बाद तत्कालीन CM कैप्टन अमरिंदर ने वीडियो कॉल पर उसका उत्साह भी बढ़ाया था।
SHO ने नाके पर नशा तस्कर पकड़े थे
मोगा के DSP रमनदीप सिंह की ओर से कोट इसे खां थाने में दर्ज कराई FIR के मुताबिक, कोट इसे खां थाने में तैनात SHO अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल ने 1 अक्टूबर को नाके पर एक नशा तस्कर को पकड़ा। उसका नाम अमरजीत सिंह था। वह कोट इसे खां में दातेवाला रोड का रहने वाला था। तलाशी के दौरान आरोपी से 2 किलो अफीम बरामद हुई। इस कार्रवाई में SHO अर्शप्रीत कौर के साथ कोट इसे खां थाने के मुंशी गुरप्रीत सिंह और बालखंडी चौकी के मुंशी राजपाल सिंह भी शामिल थे। इन्होंने जब आरोपी से पूछताछ की तो पता चला कि उसके साथ नशे की तस्करी में उसका बेटा गुरप्रीत सिंह और भाई मनप्रीत सिंह भी शामिल थे।
3 किलो अफीम और बरामद हुई, लेकिन रिकॉर्ड नहीं बनाया
इसके बाद पुलिस ने अन्य दोनों आरोपियों की भी तलाश शुरू की और उन्हें पकड़े गए आरोपी की निशानदेही पर हिरासत में ले लिया। उनसे जब पूछताछ की तो 3 किलो और अफीम की खुलासा हुआ। पुलिसकर्मियों ने वह अफीम भी जब्त की, लेकिन इसकी कोई FIR दर्ज नहीं हुई। पुलिस ने केवल 2 किलो अफीम बरामद होने का ही मुकदमा दर्ज किया। इसी बीच किसी व्यक्ति के जरिए आरोपी तस्करों ने SHO अर्शदीप कौर से संपर्क किया और आरोपियों को छोड़ने की एवज में पैसे ऑफर किए। SHO ने ऑफर पर तोलमोल करते हुए 8 लाख रुपए की डिमांड की।
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Yashpal Sharma (Editor)