कोलकाता के एक नामी कॉलेज के साथ 25 करोड रुपए के फ्रॉड मामले में गुलजार ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट व नेक्सा शोरुम के मालिक हरकीरत सिंह और गुरकीरत सिंह की मुश्किलें कम होती नहीं दिखाई दे रही हैं । आज कोलकाता पुलिस की ओर से उन्हें जज के समक्ष पेश किया गया। जहां उन्हें ट्रांजिट रिमांड ले जाने की मंजूरी दे दी गई अब कोलकाता पुलिस दोनों भाईयों को अपने साथ कोलकाता लेकर जाएगी और उनसे पूरे मामले की पूछताछ करेगी। गुलजार ग्रुप की ओर से क्रिमिनल वकील बिक्रम सिद्धू की ओर से अपना पक्ष रखा गया था। उन्होंने कोर्ट में पेशी के बाद मीड़िया को बताया कि कलकता पुलिस की ओर से लुधियाना के कारोबारी पर गलत एफआईआर दर्ज की गई है।
ये है पूरा मामला।
बताया जाता है कि गुरचरण सिंह, हरकीरत सिंह गुरकीरत सिंह की ओर से जेआईएस कालेज कलकता के बीच कोई डील की गई थी, जिसके तहत 25 करोड़ तो ले लिए गए, लेकिन उसके बाद ये राशि लौटाई नहीं गई। इसके बाद भी दोनों पक्षाें के बीच समझौता भी कर लिया गया और फिर से 3 मार्च 2024 तक पूरी राशि ब्याज सहित लौटाने की मियाद तय कर ली गई। लेकिन इसके बावजूद तय मियाद के भीतर करोड़ों की राशि नहीं लौटाई गई। जिसके चलते जीआईएस कालेज की ओर से कानूनी हथकंड़ा अपनाया गया और गुलजार कालेज के मालिकों के खिलाफ शिकायत पर एफआईआर कर हरकीरत सिंह व गुरकीरत सिंह को अरेस्ट कर लिया गया। हरकीरत सिंह को फिरोजपुर रोड स्थित नेक्सा शोरुम पर रेड कर अरेस्ट किया गया। जबकि गुरकीरत सिंह थाना डिवीजन नंबर 5 में हरकीरत सिंह को छुड़वाने को पहुंचे थे और एफआईआर में उसका भी नाम था, जिसके चलते गुरकीरत सिंह को भी थाने में अरेस्ट कर लिया गया। गौर हो कि ये दोनों ही भाई प्रॉपर्टी विवादों में लंबें समय फंसे हुए हैं। ढोलेवाल स्थित गुलजार सर्विस स्टेशन को लेकर भी इन दोनों भाईयों के अपने पारिवारिक डिस्पयूट चला आ रहा है। इस केस मुताबिक भी इनकी ओर से इस सर्विस स्टेशन पर जबरन कब्जा किया हुआ है। हालांकि ये पूरा विवाद कोर्ट में पेंडिंग है।
Gulzar-Group-And-Nexa-Showroom-Owners-Sent-On-Transit-Remand-In-25-Crore-Fraud-Case
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Yashpal Sharma (Editor)