लुधियाना। बांग्लादेश में हुई हिंसा को लेकर लुधियाना में हिंदू संगठनों के लोग सड़कों पर उतरे। जिनकी और से जगराओं पुल के पास एक रोष सभा का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में संत समाज के लोग व हिंदू संगठनों के लोग भी पहुंचे और रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान शहर में देर शाम कैंडल मार्च भी निकाला गया। मंच से आह्वान करते संत समाज के लोगों ने कहा कि हिंदुओं को अब एकत्रित होना पड़ेगा और अपने हितों की रक्षा के लिए आगे आकर लड़ना होगा। रोष मार्च में पहुंचे स्वामी दयानंद सरस्वती और स्वामी प्रजा चरण ने कहा कि भारत में मौजूद बांग्लादेशी घुसपैठियों को तुरंत वापस भेज देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस अत्याचार को सहन नहीं किया जाएगा। भारत सरकार तुरंत इस बाबत ठोस कदम उठाए। आज वहां हिंदू लोगों को मारा जा रहा है, हिंदुओं के मंदिरों को तोड़ा जा रहा है जिसे कदाचित बर्दाश्त नहीं करेंगे। रोष मार्च को संबोधित करते हुए स्वामी अमृता ने कहा कि 5 अगस्त को बांग्लादेश में जो घटनाक्रम हुआ है और हिंदुओं पर अत्याचार हुआ है, उसके बाद से पूरे देश में रोष की लहर है और हिंदू समाज जागृत हो रहा है। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में हमेशा शांति का संदेश दिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि कुछ विदेशी ताकतें बांग्लादेश का माहौल बिगाड़ रही है और वहां अलग-अलग अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किया जा रहा है। इसीलिए महिला संतों ने बांग्लादेश में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों की भी निंदा और महिलाओं को आत्म रक्षा हाथों में शस्त्र उठाने की अपील की।
हमारा पहला उदेश्य आप तक सबसे पहले और सही खबर पहुंचाना। हमारे आसपास क्या हो रहा है, इसके बारे में आपकी नॉलेज को दुरुस्त करना। वहीं समाज की बुराईयों व गलत गतिविधियों संबंधी आगाह करना भी हमारे लक्ष्य में हैं।
Yashpal Sharma (Editor)