लुधियाना। लुधियाना में फिरोज गांधी मार्केट स्थित वेस्ट वे वीजा इमिग्रेशन ऑफिस के मालिक और मैनेजर के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया गया है।आरोपी फर्जी लाइसेंस बनाकर विदेश भेजने के नाम पर लोगों से ठगी कर रहे थे। आरोपियों ने विदेश भेजने के नाम पर कई लोगों से ठगी भी की है। लुधियाना पुलिस को इनके खिलाफ कई शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद जांच असिस्टेंट एसीपी सिविल लाइंस जतिन बंसल को सौंपी गई थी। जांच के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ 4 एफआईआर दर्ज की हैं। वेस्ट वे वीजा, फिरोज गांधी मार्केट के मालिक मनीष कुमार और मैनेजर धनवंत सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी के लिए सजा), 467 (मूल्यवान सुरक्षा, वसीयत आदि की जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) और 471 (जाली दस्तावेज या इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को असली के तौर पर इस्तेमाल करना) और 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत दर्ज की गई है।
इन लोगों से की गई ठगी
पहली एफआईआर अर्जुन नगर, करबरा चौक निवासी रवि कुमार की शिकायत पर दर्ज की गई है। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह और उसका परिवार विदेश जाना चाहते थे, जिसके नाम पर आरोपियों ने उनसे 21 लाख रुपए ले लिए। लेकिन पैसे मिलने के बाद आरोपी प्रक्रिया को टालते रहे। आरोपियों ने न तो उन्हें विदेश भेजा और न ही पैसे वापस किए।
इसी तरह जालसाजों ने गिल रोड स्थित दशमेश नगर की पवनदीप कौर से 10 लाख रुपए ठग लिए। महिला और उसका पति विदेश जाना चाहते थे, जिसके लिए आरोपियों ने उनसे पैसे तो ले लिए, लेकिन विदेश नहीं भेजा। तीसरी पीड़िता जिसकी शिकायत पर तीसरी एफआईआर दर्ज की गई है, वह होशियारपुर की किरणप्रीत कौर है। महिला ने बताया कि वह और उसका पति अमेरिका जाना चाहते थे। इसके लिए आरोपियों ने उनसे 8.50 लाख रुपये लिए, लेकिन पैसे लेने के बाद वादा पूरा नहीं किया। चौथी एफआईआर संगरूर की सुखवीर कौर की शिकायत पर दर्ज की गई है, जिसने आरोपियों के हाथों 10 लाख रुपए गंवा दिए। महिला और उसका पति यूनाइटेड किंगडम जाना चाहते थे। एसीपी सिविल लाइंस जतिन बंसल ने बताया कि आरोपी मनीष कुमार वेस्ट वे इमिग्रेशन का मालिक है और धनवंत सिंह ऑफिस का मैनेजर है। पुलिस को इनके खिलाफ शिकायत मिली थी और जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपियों ने न सिर्फ लोगों से पैसे ठगे हैं बल्कि उनके पास फर्जी लाइसेंस भी है। वे फर्जी लाइसेंस के जरिए इमिग्रेशन ऑफिस चला रहे थे।
जाली लाइसेंस से चला रहे थे इमिग्रेशन ऑफिस
ACP सिविल लाइन जतिन बंसल ने बताया कि आरोपी मनीष कुमार वेस्ट वे इमिग्रेशन का मालिक है और धनवंत सिंह ऑफिस में मैनेजर है। पुलिस को उनके खिलाफ शिकायत मिली थी और जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपियों ने न सिर्फ लोगों से पैसे ठगे हैं बल्कि उनके पास जाली लाइसेंस भी है। वे जाली लाइसेंस के जरिए इमिग्रेशन ऑफिस चला रहे थे।
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Yashpal Sharma (Editor)