लुधियाना। शनिवार को शराब पीने वाली व्यक्ति का असलह के लिए डोप टेस्ट पास कराने की एवज में तीन हजार रुपए रिश्वत लेते हुए लैब टेक्नीशियन को पकड़ा गया है। उक्त मुलाजिम को सिविल अस्पताल में सिविल सर्जन डा.जसबीर सिंह ओलख ने स्टिंग ऑपरेशन करवा पकड़ा। उन्हें कुछ दिनों से शिकायत मिल रही थी कि डोप टेस्ट के नाम पर कुछ लोग जनता से रिश्वत लेते हैं। उन्होंने अस्पताल में शनिवार को 3 हजार रुपए रिश्वत लेते सरकारी लैब टेक्नीशियन पकड़ा है। सिविल सर्जन ने पुलिस और हेल्थ डायरेक्टर को भी पत्र लिख सूचित कर दिया है। जानकारी देते हुए सिविल सर्जन जसबीर सिंह ओलख ने कहा कि उन्हें लुधियाना के एक व्यक्ति ने लिखित शिकायत दी थी कि उसने अपना असला लाइसेंस बनवाने के लिए सरकारी अस्पताल में तैनात एक लैब टेक्नीशियन को डोप टेस्ट करवाने की अर्जी दी थी और उसने लैब टेक्नीशियन को बताया था कि वह कभी-कभी शराब का सेवन भी कर लेता है। उसकी इसी बात का फायदा उठाते हुए उसने उसे डराया कि डोप टेस्ट करने पर रिपोर्ट पाजीटिव आ जाएगी। जिस पर उक्त व्यक्ति डर गया। लैब टेक्नीशियन ने उस व्यक्ति को बताया कि यदि उसने अपनी रिपोर्ट नेगेटिव करवानी है तो उसे इसके बदले उसे 3 हजार रुपए देने पड़ेगे। उस व्यक्ति ने लैब टेक्नीशियन से इतने पैसे वसूल करने के बारे पूछा तो उस व्यक्ति ने उसकी रिपोर्ट पाजीटिव करवाने की धमकी दी। जिसके बाद उक्त व्यक्ति ने इस पूरे मामले संबंधी एक लिखित शिकायत मुझे दी। डा. ओलख ने कहा कि जिसके बाद एक टीम का गठन किया जिसमें सीनियर मैडिकल आफिसर, सीनियर मैडिकल आफिसर जच्चा-बच्चा, सीनियर मैडिकल आफिसर ART लुधियाना, डिप्टी मास मीडिया आफिसर, जिला हेल्थ कम्युनिटी अफसर, पीएससी पक्खोवाल रेडोयोग्राफी और सिविल सर्जन दफ्तर में तैनात एक कम्प्यूटर आपरेटर को टीम में शामिल किया। पूरी टीम ने लैब टेक्नीशियन टीम को 3 हजार रुपए देने के लिए उक्त व्यक्ति के पास से 500 के 6 नोट लैब टेक्नीशियन को देने को कहा। पैसे देने से पहले टीम ने सभी नोटों की फोटो स्टेट करवा लिए। शिकायतकर्ता ने जब 500 रुपए के 6 नोट आरोपी लैब टेक्नीशियन को देने के बाद टीम को इशारा कर दिया। टीम ने तुरंत मौके पर ही लैब टेक्नीशियन को पैसे लेते रंगे हाथ मौके पर ही दबोच लिया।