चंडीगढ़। पुलिस ने मुझे 24 घंटे की रिमांड पर लिया था। 16 नवंबर की रात करीब 12 बजे पुलिसवालों ने मुझे जगाया। उनके साथ वन विभाग वाले भी थे। एक नहर के रास्ते मुझे जंगल की तरफ ले गए। रास्ते में उतारते और कहते कि सांप पकड़ो। मैंने कहा कि मुझे सांप पकड़ना नहीं आता। कुछ देर बाद वन विभाग के स्टाफ ने वहीं दो सांप ढूंढ लिए। सांपों को बोरे में डाला और मुझसे कहा कि इसे पकड़ लो, वीडियो बनाना है।’ ‘फिर मेरे फोटो खींचे और वीडियो बना लिए। अगले दिन मुझे कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने कहा कि ये सांप मैंने रखे थे। मैं दो हफ्ते से जेल में था। आप खुद सोचिए कि अगर सांप मैंने रखे होते तो इतने दिन तक वे जिंदा कैसे रहते। ये सवाल कोर्ट में हुआ, तो जज साहब भी हंसने लगे। यही वजह है कि इस केस में सबसे पहले मुझे जमानत मिली थी।’ ये राहुल नाथ है। राहुल पर आरोप है कि वो यूट्यूबर एल्विश यादव को सांप और स्नेक वेनम सप्लाई करता था। नोएडा पुलिस ने 2 नवंबर, 2023 को इस केस में 5 सपेरों को पकड़ा था। पुलिस ने 32 साल के राहुल को मुख्य आरोपी बनाया है। 3 हफ्ते में ही सभी सपेरों को जमानत मिल गई। पुलिस ने 17 मार्च, 2024 को एल्विश को भी अरेस्ट किया था। 22 मार्च को उसे भी जमानत मिल गई। ये कार्रवाई BJP नेता मेनका गांधी की संस्था पीपल फॉर एनिमल्स, यानी PFA की ओर से दर्ज FIR पर की गई थी। FIR में लिखा था कि एल्विश जिंदा सांपों के साथ दिल्ली-NCR के फार्म हाउस में वीडियो शूट करता है। दैनिक भास्कर ने आरोपी राहुल के अलावा सपेरों और एल्विश के बीच की कड़ी ईश्वर यादव को खोजा और उनसे पूरी कहानी समझी। एल्विश के वकील से बात कर उनका पक्ष भी सुना।
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Yashpal Sharma (Editor)