अंबाला। पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन का आज (गुरुवार) को 10वां दिन है। किसानों ने दिल्ली कूच करने का प्लान फिलहाल 2 दिन के लिए टाल दिया है। किसानों ने खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत और तनावपूर्ण हालात के बाद ये फैसला लिया है। किसान मजदूर मोर्चा (KMM) कोऑर्डिनेटर सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि 2 दिन हम रणनीति बनाएंगे। 23 फरवरी को अगला फैसला लिया जाएगा। युवा किसान की मौत से किसान संगठनों में उबाल है। भारतीय किसान यूनियन (कादियां) ने जालंधर-लुधियाना की सीमा फिल्लौर में जम्मू-दिल्ली नेशनल हाईवे जाम कर दिया है। वहीं हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन (BKU चढ़ूनी) ने भी विभिन्न जिलों में रोड जाम कर दिया। इसके अलावा किसान नेता खनौरी बॉर्डर जाकर शुभकरण सिंह की मौत के मामले में वहां डटे किसानों से जानकारी लेंगे। शंभू बॉर्डर पर किसान नेता बलदेव सिंह जीरा ने कहा- 167 किसान घायल हैं। 6 अभी तक मिसिंग हैं। हमारे कैंप पर हमला किया गया। इससे पहले पंधेर ने पुलिस फायरिंग का फोटो जारी कर कहा- "शुभकरण सिंह 23 साल गांव बलोह जिला बठिंडा की मौत हो चुकी है। ऑन द स्पॉट जो सिर पर गोली लगी थी, उसकी तस्वीर साझा कर रहा हूं। इसके साथ ही सीधी फायरिंग होती दिखी है, जिसकी तस्वीर भी साझा कर रहा हूं, सीधी एसएलआर के साथ फायरिंग की जा रही है।" किसान नेताओं ने कल दिल्ली कूच का ऐलान किया था। पुलिस ने लगातार आंसू गैस के गोले दागे, जिससे किसान हरियाणा में एंट्री नहीं कर सके। शाम होते-होते शंभू और खनौरी बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण बन गए। शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस के धुएं से किसान नेता सरवण सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ गई। डल्लेवाल को रात को ही पटियाला के राजेंद्रा अस्पताल में भर्ती कराया गया।