अंबाला। पंजाब के किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर से दिल्ली जाने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों ही जगहों पर किसान और पुलिस के बीच टकराव चल रहा है। खनौरी में हालात बिगड़ गए हैं। यहां कई राउंड आंसू गैस छोड़ी और रबर बुलेट्स भी दागी गईं। आंदोलन की अगुआई कर रहे किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के कोऑर्डिनेटर सरवण पंधेर ने कहा कि खनौरी से एक किसान की मौत की सूचना आ रही है। हालांकि, पुलिस या प्रशासन ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। उधर, टोहना बॉर्डर पर तैनात एसआई विजय कुमार की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। किसानों को रोकने के लिए पुलिस कई बार ड्रोन से आंसू गैस छोड़ चुकी है। बचने के लिए किसानों ने स्पेशल मास्क, गीली बोरियां और चश्मे पहने। साउंड कैनन से निपटने के लिए किसान स्पेशल इयर बड्स लेकर आए हैं। इस बीच, केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने फिर से किसानों को बातचीत का न्योता भेजा। शंभू बॉर्डर पर किसान मीटिंग में केंद्र के प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं। थोड़ी देर में किसान प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फैसले की जानकारी देंगे। इससे पहले 4 बार बैठकों का कोई नतीजा नहीं निकला है। किसान आंदोलन का आज 9वां दिन है। इस दौरान अलग-अलग वजहों से दो पुलिसकर्मियों समेत 4 की मौत हो चुकी है। पंजाब सरकार ने शंभू बॉर्डर के आसपास सड़क सुरक्षा फोर्स-एंबुलेंस तैनात की पंजाब से 14 हजार से ज्यादा किसान अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ शूंभ बॉर्डर पर डटे हुए हुए हैं। आज किसानों ने कूच का ऐलान किया था, शंभू बॉर्डर पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। क्योंकि हरियाणा सरकार और किसान इस वक्त आमने सामने हैं। जिसमें कई किसान पिछले दिनों जख्मी भी हुए हैं। इस सारे घटनाक्रम को देखते हुए पंजाब सरकार का सेहत विभाग अलर्ट पर है। साथ ही साथ पंजाब पुलिस की सड़क सुरक्षा फोर्स को भी अलर्ट पर रखा गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, पंजाब सरकार आपातकालीन सुविधाओं के लिए पूरी तरह तैयार है। सीमा पर SSF की 5 से ज्यादा गाड़ियां तैनात कर दी गई हैं। वहीं, पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर बड़ी संख्या में एंबुलेंस तैनात हैं। किसानों की सुविधा के लिए वहां पानी के टैंकर और शौचालय की भी व्यवस्था की गई है। सीमा के पास के सभी अस्पतालों में सेवाओं को अलर्ट पर रखा गया और डॉक्टरों की भी अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है। हरियाणा सरकार को हाईकोर्ट से फटकार, कहा- कानून व्यवस्था बनाना पुलिस की जिम्मेदारी पंजाब के किसान 13 फरवरी से दिल्ली कूच को लेकर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। केंद्र सरकार से 4 दौर की वार्ता विफल होने के बाद आज किसानों ने शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर कूच शुरू किया। इस दौरान किसानों और सुरक्षा बलों के बीच जमकर झड़प हुई। इस सारे घटनाक्रम को लेकर हरियाणा सरकार हाईकोर्ट पहुंची थी। हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट से पंजाब सरकार को कार्रवाई करने के लिए कहा था। हरियाणा सरकार का कहना था कि शंभू बॉर्डर पर किसान मोडिफाइड ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ मौजूद हैं। इससे कानून व्यवस्था को खतरा है। पंजाब सरकार उन पर कार्रवाई करे। मगर, अब इसे लेकर हाईकोर्ट ने किसान आंदोलन मामले में सुनवाई करने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखना पुलिस की जिम्मेदारी है, हाईकोर्ट की नहीं।
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Yashpal Sharma (Editor)