खन्ना। संयुक्त किसान मोर्चे (एसकेएम) की तरफ से 13 फरवरी को दिल्ली कूच किया जा रहा है। इससे पहले बड़ी संख्या में किसान फतेहगढ़ साहिब में एकत्रित होने लगे हैं। सोमवार की शाम एसकेएम की केंद्र सरकार से मीटिंग चंडीगढ़ में होने जा रही है। मीटिंग से पहले किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल फतेहगढ़ साहिब नतमस्तक हुए। यहां पर फतेह (जीत) की अरदास की गई। किसान नेता डल्लेवाल ने कहा कि एसकेएम अपनी मांगों को लेकर संघर्ष नहीं कर रहा। इन मांगों को सरकार स्वीकार कर चुकी है, लेकिन लागू नहीं किया गया। अब तो वादे पूरे कराने के लिए कूच किया जा रहा है। 13 महीने बाद भी सरकार अपने वादों पर खरा नहीं उतरी है। किसान नेता जगजीत सिंह ने कहा कि सरकार के इरादे ही गलत हैं। एक तरफ मीटिंग बुलाई गई है दूसरी तरफ हरियाणा बॉर्डर सील करके किसानों को ऐसे रोकने की तैयारी की है जैसे किसान बड़े अपराधी हों। सरकार के यह हालात देखकर लगता है कि मीटिंग में कोई हल नहीं होगा। इसी कारण किसानों ने दिल्ली जाने की पूरी तैयारी कर रखी है। पक्का मोर्चा लगाना पड़ा तो वे पीछे नहीं हटेंगे।
ये मांगें पूरी नहीं की
जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि किसान आंदोलन के समय एमएसपी गारंटी के लिए कानून बनाने, किसानों पर दर्ज केस वापस लेने, लखीमपुर कांड के आरोपियों को सख्त सजा देने, प्रदूषण एक्ट से एग्रीकल्चर को बाहर रखने के वादे किए थे। इन्हें आज तक पूरा नहीं किया गया। हरियाणा में किसान संगठनों के समर्थन और गुरनाम सिंह चढूनी पर डल्लेवाल ने कहा कि एसकेएम ने किसी को स्पेशल पत्र नहीं भेजा। सभी अपने आप आ रहे हैं। कुछ दिनों पहले यूपी से 10 किसान संगठनों ने उनसे मुलाकात करके समर्थन का भरोसा दिया। ऐसे में चढूनी आना चाहे तो आ सकते हैं। मगर सियासत न करें। एसकेएम ने पहले भी अपने मंच से किसी सियासी बंदे को बोलने नहीं दिया था। इस बार भी ऐसे ही होगा।
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Yashpal Sharma (Editor)