यशपाल शर्मा, लुधियाना
फव्वारा चौक के नजदीक स्मिट्री रोड़ पर मलेरकोटला हाउस एरिया में मात्र 125 गज के रिहायशी प्लॉट पर चार मंजिला कार्मशियल बिल्डिंग खड़ी कर दी गई है। नगर निगम की ओर से इस इल्लीगल बिल्डिंग को गिराना तो दूर शहर की पहली नागरिक मेयर साहिबा खुद इस इल्लीगल बिल्डिंग में खोले जा रहे शोरुम की ओपिंग सैरेमनी में शिरकत करती देखी गई और इल्लीगल बिल्डिंग मालिक के हाथों टोकन आफ गेस्ट तक हासिल करते की फोटो सामने आई हैं। इस बिल्डिंग को लेकर पिछले कुछ महीनों से सवाल खडे़ होते आए हैं। मलेरकोटला हाउस अप्रूवड़ टीपी स्कीम एरिया में आता है और यहां के रिहायशी एरिया में कार्मशियल निर्माण नहीं किया जा सकता। लेकिन इसके बावजूद पिछले चार पांच महीने के अंदर अंदर यहां पर रिहायशी नक्शा पास करवा कार्मशियल बिल्डिंग खड़ी कर दी गई। इस प्लॉट में एक बेसमेंट खोदी गई और इस बेसमेंट के साथ तीन मंजिला बिल्डिंग खड़ी कर दी गई। इस निर्माण के पीछे एक महिला राजनेता का ही हाथ भी बताया जाता है। लेकिन बात केवल यहीं खत्म नहीं होती। बीते रविवार को इस इल्लीगल बिल्डिंग में ए वी ज्वैलर्स नाम के शोरुम की ओपिनंग रखी गई थी। और इसमें शहर की पहली नागरिक यानि की मेयर इंद्रजीत कौर खुद इस इल्लीगल बिल्डिंग में खोले गए शोरुम की ओपनिंग सेरेमनी में शिरकत करती दिखी। इतना ही नहीं इस इल्लीगल बिल्डिंग में खोले गए शोरुम के उदघाटन में हल्का ईस्ट से आम आदमी पार्टी विधायक दलजीत सिंह भोला ग्रेवाल ने भी पहुंच कर शिरकत की। ऐसे में खुद मेयर के इस इल्लीगल बिल्डिंग में खोले गए शोरुम के उदघाटन में पहुंचने का आप क्या मतलब लगा सकते हैं, ये आप खुद समझ सकते हैं। आपको बता दें कि आज ही सिधवां नहर साउथ सिटी एरिया में पैरागॉन वॉटरफ्रंट नाम की बिल्डिंग की तीसरी मंजिल को नॉन टेक्निकल एमटीपी रणजीत सिंह की ओार से सील कर दिया गया। इस बिल्डिंग की भी मात्र दो मंजिल पास थी और तीसरी मंजिल को अवैध ढंग से बना इस पर रेस्टोरेंट चलाया जा रहा था और दूसरे हिस्से में प्लेइंग एरिया चल रहा था। लेकिन इस निर्माण को कईं महीनें बीत चुके थे और इसे आज सील कर दिया गया। लेकिन एमटीपी रणजीत सिंह ने ये क्यों नहीं देखा कि मेयर साहिबा जिस बिल्डिंग के उदघाटन में गईं थी, वे पूरी तरह से इल्लीगल बिल्डिंग थी, उसकी क्यों सीलिंग नहीं की गई।
इस बिल्डिंग से याद आया कैप्टन अमरिंदर का किस्सा
सिमट्री रोड़ पर मलेरकोटला हाउस में बनी इस इल्लीगल चार मंजिले के उदघाटनी कार्यक्रम से कैप्टन अमरिंदर सिंह का एक किस्सा भी याद आ गया। आज आपको इसके बारे में भी बात देते हैं। अमृतसर में इलीट नाम से एक कार्मशियल बिल्डिंग का निर्माण किया गया और बिल्डिंग मालिक जसविंदर सिंह जो की होशियारपुर का नामी व्यक्ति था, ने तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी बिल्डिंग का उदघाटन करने का प्लान किया और कैप्टन साहिब को इसके लिए इंन्वाइट भी कर लिया गया। तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह उदघाटनी कार्यक्रम में जाने से एक दिन पहले अमृतसर के निगम कमिश्नर से उक्त बिल्डिंग संबंधी रिपोर्ट पूछी तो इस पर उन्हें जानकारी मिली कि इस बिल्डिंग के दो फलोर इल्लीगल ढंग से बनाए गए हैं, जिनकी मंजूरी नहीं ली गई। जिसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तुरंत अमृतसर में तैनात दो एमटीपी व एक बिल्डिंग इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया और बिल्डिंग मालिक भी एफआईआर करवा दी। इसका मतलब कैप्टन ने सरकारी खजाने को चूना लगाने वाले बिल्डिंग स्टाफ व इस बिल्डिंग के मालिक तक को नहीं बख्शा। लेकिन लुधियाना की मेयर साहिबा बिना जांचे परखे ऐसी बिल्डिंगों के उदघाटन पर पहुूंच जाती हैं, जिसने पूरी तरह से इल्लीगल बिल्डिंग बनाई थी और नियमों के तहत इस बिल्डिंग को गिराया जाना बनता था। वही इस बारे जब पूर्व पार्षद और सीनियर नेता परमिंदर मेहता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बाढ़ ही खेत को खाने लगी हुई है । आम आदमी पार्टी के नेताओं को सरकार के खजाने से कोई मतलब नहीं है उन्हें केवल अपनी जेबें गर्म करने से मतलब है। उन्हें पता है कि सत्ता में दोबारा से वापसी नहीं होनी इसलिए वे लूट खसूट करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी बिल्डिंगों की विजिलेंस इंक्वारी की जानी चाहिए और वह इसकी मांग सरकार से भी करेंगे।
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हालांकि इस बारे में दो बार एसई रणजीत सिंह से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने कोई जबाव नहीं दिया और सोमवार रात करीब 9 बजे मेयर इंद्रजीत कौर से भी संपर्क किया गया, लेकिन उनका फोन व्यस्त रहा, लेकिन उन्होंने भी बाद में मिस कॉल का कोई रिस्पांस नहीं दिया।
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Yashpal Sharma (Editor)