चंडीगढ़। पंजाब में आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार शिरोमणि अकाली दल के नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ आज मोहाली अदालत में विजिलेंस ब्यूरो ने चार्जशीट पेश किया। विजिलेंस ने इस केस में 200 से ज्यादा गवाह बनाए हैं और 400 से अधिक बैंक खातों की जांच की है। बताया जा रहा है कि चार्जशीट 40 हजार से अधिक पन्नों की है, जिसे चार ट्रंकों में अदालत तक लाया गया। अकाली दल का कहना है कि चालान अदालत में पेश होने के बाद ही उसका अध्ययन किया जाएगा। गौरतलब है कि 25 जून को बिक्रम मजीठिया को अमृतसर से गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल वे न्यू नाभा जेल में बंद हैं। सूत्रों से पता चला है कि विजिलेंस ने 700 करोड़ की अवैध और बेमानी संपत्ति का खुलासा चार्जशीट में किया है। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, यूपी और दिल्ली में 15 ठिकानों की जांच के बाद चार्जशीट तैयार की गई है। चार्जशीट में कई अकाली और बीजेपी नेताओं के भी बयान दर्ज हैं। वहीं, दावा किया जा रहा है कि विजिलेंस ने तय समय पर चार्जशीट दाखिल की है।
बेनामी लोगों के नाम पर बनाई है प्रॉपर्टी
जब मीडिया ने एडवोकेट फैरी सोफत से सवाल किया पहले तो 540 करोड़ की संपत्ति कहीं जा रही थी। जबकि अब 700 करोड़ की हो गई। इस पर उनका जवाब था कि विजिलेंस की टीम करीब 2 महीने से मामले की जांच कर रही थी। काफी चीजें इन्होंने बेनामी बनाई थी। कई लग्जरी कार व अन्य चीजें थी। एडवाेकेट ने बताया कि इन्होंने अपने ड्राइवर आदि जैसे लोगों के नाम पर प्रॉपर्टी बनाई हुई थी। जिस वजह से 700 करोड़ बन गई है। डीए 1200 प्रतिशत से ऊपर का है। हर चीज जानकारी है। इसलिए 40 हजार पन्ने और चार ट्रंक लेकर आएंगे।
400 बैंक खातों का 10 साल का रिकॉर्ड खंगाला
वकील ने कहा कि यह चार्जशीट तैयार करना कोई आसान काम नहीं थी। क्योंकि इसमें केस की डिटेल में जाना । टीमें रात तीन बजे तक काम करती थी, जबकि सुबह आठ बजे दोबारा काम शुरू हो जाता था। 400 बैंक खाते कहना आसान है। दस साल का रिकॉर्ड निकाला गया। यह बहुत बड़ा टास्क था। 250 से ज्यादा गवाह बनाए है। कैसे विधानसभा से अपने नाम पर स्टिकर जारी करवाए। कई जगह जाकर टीमें जांच की है। 60 दिन का समय चालान पेश करने का समय था। लेकिन हमने तय समय में पूरा किया। इस जांच को पूरा करनी कठिन कार्य थ।
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Yashpal Sharma (Editor)