पटियाला। कांग्रेस के पंजाब प्रधान रहे नवजोत सिंह सिद्धू सोमवार शाम को विभिन्न मुद्दों को लेकर एक बार फिर से मीडिया के रूबरू हुए। उन्होंने सरकार की पॉलिसी को लेकर सवाल उठाते हुए शराब नीति, बिजली व माइनिंग पर सरकार को घेरा। बिजली मुद्दे पर उन्होंने कहा कि पंजाब की आप सरकार ने कर्ज लेकर लोगों को बिजली मुफ्त में दी है, जिसका बोझ आने वाली पीढ़ी पर पड़ा है। जिस कारण पंजाब के युवा भविष्य असुरक्षित देखते हुए विदेश की तरफ रूख कर रहे हैं। आज विधान सभा में रात दो बजे तक किसानों के साथ मीटिंग करने के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दावे पर सवाल किया कि मीटिंग का नतीजा क्या निकला। सिद्धू ने विधान सभा सेशन में हुए हंगामे को लेकर इस्तेमाल हुई भाषा के बारे में बोलते हुए कहा कि एक्शन का रिएक्शन हुआ है। सीएम होने के नाते बच्चों तक जाकर बोलना कतई सही नहीं है, इन बातों का आम जनता के साथ कोई लेनदेन नहीं है तो ऐसा व्यवहार ठीक नहीं है। जनता ने इन लोगों को कानून व विकास के लिए चुना है, जिस पर बात नहीं की गई। पर्सनल अटैक वाली नीति ठीक नहीं है। कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग व माइनिंग को बढ़ावा दिया नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि भगवंत मान ने एमएसपी को लेकर कांट्रैक्ट फार्मिंग का बढ़ावा देने की कोशिश की है। महज पांच फसलों को एमएसपी में लाने की बात की जा रही है जबकि स्वामीनाथन की रिपोर्ट को लागू करना चाहिए थे। अगर यह लागू होता तो तब उन्हें वायदे का पक्का सीएम माना जाता। दो हजार रुपए में रेत की ट्राली देने के दावा पूरी तरह से फेल हो चुके हैं और यह कीमत कई गुना अधिक है।