यशपाल शर्मा, लुधियाना
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली सरकार ने शुक्रवार को एक बड़े घटनाक्रम में राज्य के विजिलेंस ब्यूरो के प्रमुख एसपीएस परमार को निलंबित कर दिया। भगवंत सिंह मान की सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ की गई कार्रवाई के तहत पंजाब विजिलेंस प्रमुख एसपीएस परमार को निलंबित किया गया। विजिलेंस ब्यूरो प्रमुख के अलावा, विजिलेंस ब्यूरो के एक एआईजी और एक एसएसपी को भी जांच में बाधा डालने के प्रयास में उनकी भूमिका के लिए निलंबित किया गया है। सूत्रों के अनुसार, तीनों ने कथित तौर पर एक बड़े ड्राइविंग लाइसेंस घोटाले में शामिल आरोपियों को बचाने का प्रयास किया। इसके अलावा, उन्होंने जांच प्रक्रिया में हस्तक्षेप किया, जिससे घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई में देरी हुई। सरकार की कार्रवाई एक स्पष्ट संदेश देती है: भ्रष्ट लोगों की रक्षा करना भ्रष्ट होने के समान ही दंडनीय है। सीएम मान ने कड़े शब्दों में कहा, "यह केवल एक घोटाले के बारे में नहीं है - यह जनता के विश्वास के साथ विश्वासघात है।" उन्होंने कहा, "जो कोई भी गलत काम करने वालों को बचाने की कोशिश करेगा, उसे परिणाम भुगतने होंगे। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।" गौरतलब है कि एसपीएस परमार को मार्च 2025 में पंजाब विजिलेंस ब्यूरो चीफ नियुक्त किया गया था। परमार ने जी नागेश्वर राव की जगह ली थी। दिलचस्प बात यह है कि जी नागेश्वर राव ने फरवरी 2025 में वरिंदर शर्मा की जगह नए वीबी चीफ के तौर पर कार्यभार संभाला था। एआईजी और एसएसपी के नाम अभी तक सामने नहीं आए हैं।
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Yashpal Sharma (Editor)