डेस्क, लुधियाना पंजाब यूथ कांग्रेस के पूर्व महासचिव और टक्साली कांग्रेसी कमलजीत सिंह बराड़ ने लुधियाना लोकसभा क्षेत्र से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। आज यहां प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल सिर्फ वोट पाने के लिए सांप्रदायिक सोच अपनाकर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं, इसलिए वे उन्हें ठोस जवाब देने के लिए चुनाव मैदान में तैयार हैं। उन्होंने कहा कि लोग राजनीतिक दलों की सोच से तंग आ चुके हैं क्योंकि वे मुद्दों को भूल चुके हैं।इसीलिए वे बदलाव चाहते हैं लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में सत्ता सौंपकर जो बदलाव लाए थे, उससे वे तंग आ चुके हैं क्योंकि आम आदमी पार्टी ने जो बदलाव की बात कही थी, उससे वे मुंह मोड़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रधान राजा वारिंग को ये चुनाव लड़ा रही है, लेकिन वे सांप्रदायिक सोच के जरिए समाज को बांट भी रहे हैं। अमृत संचार के जरिए युवाओं को नशे से दूर करने वाले अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई के लिए राजा वारिंग ने डीजीपी को पत्र लिखा था और भाई अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि राजा वारिंग गैंगस्टर वाद को बढ़ावा देने के लिए गंदे हथकंडे अपना रहे हैं। उसने सिद्धू मूसा वाला की हत्या के मामले में भी परिवार को अंधेरे में रखकर विश्वासघात किया है। बरार ने कहा कि वह पारंपरिक कांग्रेस परिवार से हैं। उनके पिता दर्शन सिंह बराड़ ने 1985 में बाघापुराना निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीता था, जब 84 जून की घटनाओं के कारण कांग्रेस के प्रति गुस्से की लहर थी। इसके बाद उन्होंने पंजाब के काले दौर में 1992 में जगराओं से चुनाव जीता, उन्होंने खुद कांग्रेस पार्टी में रहते हुए सभी मोर्चों पर काम किया, लेकिन राजा वारिंग मेरे द्वारा उठाए गए लोगों के मुद्दों से खुश नहीं थे और इसीलिए उन्होंने साजिश रची। उन्हें निशाना बनाकर कांग्रेस पार्टी से बाहर कर दिया गया लेकिन वह लोगों के अधिकारों के लिए और अधिक साहस पूर्वक और स्वतंत्र रूप से अपनी आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजा वारिंग के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए उन्हें पूरे पंजाब से फोन आ रहे थे और लोग उनसे मिलकर चुनाव लड़ने के लिए कह रहे थे क्योंकि उनके नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी टूट रही है और पारंपरिक कांग्रेसी पार्टी छोड़ रहे हैं। बरार ने कहा कि उन्होंने पहले ही राजा वारिंग के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी, इसलिए वह मैदान में हैं और लोगों के प्यार के कारण जीतेंगे। उन्होंने शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर भी निशाना साधा और कहा कि अकाली दल पंथक मुखौटा पहनकर पंथक गरिमा को अपमानित कर रहा है। उन्होंने कहा कि अकाली दल को भाई अमृतपाल सिंह के लिए खंडूर साहिब की सीट छोड़नी चाहिए थी ताकि वह संसद में पहुंचकर बंदी सिंहों की रिहाई समेत अन्य पंथक मुद्दों के समाधान के लिए आवाज उठा सकें। इस मौके पर यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष दीपक खंडूर, अमनदीप सिंह ग्रेवाल, हरमेल सिंह मल्ला, जसपाल सिंह सिद्धू, मंजीत सिंह संघेड़ा बुजगर, गुरजीत सिंह रसूलपुर, पप्पू जोशी, अविनाश प्रीत सिंह मोही और रतनदीप सिंह सिद्धू समेत कई नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।