लुधियाना। लुधियाना में कांग्रेस पार्टी की गुटबाजी अभी तक खत्म नहीं हो सकी है। बेशक कांग्रेस पार्टी के लीडरों द्वारा गुटबाजी न होने के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन जमीनी सत्र पर यह आम जनता को भी साफ दिखाई दे रही है। इसकी ताजा उदाहरण हलका वेस्ट उपचुनाव के ठीक तीन दिन दोबारा देखने को मिली। लुधियाना में कांग्रेस के चुनाव ऑफिस में सोमवार को सांसद राजा वडिंग, सीएलपी लीडर प्रताप सिंह बाजवा, पंजाब प्रभारी भुपेश बघेल, सांसद किशोरी लाला शर्मा और फतेहगढ़ से सांसद अमर सिंह शामिल हुए। लेकिन यह नेता जिस उम्मीदवार यानि के भारत भूषण आशु के लिए चुनाव प्रचार करने आए, वे ही प्रैस कांफ्रेस में गैरहाजिर रहे। जिसके चलते इन नेताओं द्वारा अपने सत्र पर आम आदमी पार्टी, बीजेपी और अकाली दल पर आरोप लगाए और वहां से चले गए। हैरानी की बात तो यह है कि एक तरफ चुनाव सिर पर आ गए हैं। लेकिन फिर भी आशु का न तो वहीं पुराना गुस्से वाला स्भाव बदला और न ही कांग्रेसी के इन नेताओं की आपस में दोस्ती हो सकी। वहीं राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेसियों की इसी गुटबाजी का असर उपचुनाव पर सीधे तौर पर पड़ता दिखाई दे रहा है।
हमारा पहला उदेश्य आप तक सबसे पहले और सही खबर पहुंचाना। हमारे आसपास क्या हो रहा है, इसके बारे में आपकी नॉलेज को दुरुस्त करना। वहीं समाज की बुराईयों व गलत गतिविधियों संबंधी आगाह करना भी हमारे लक्ष्य में हैं।
Yashpal Sharma (Editor)