जालंधर। जालंधर से टकसाली कांग्रेसी चौधरी परिवार बीजेपी में शामिल होने के बाद आज यानी शनिवार को पहली बार मीडिया के सामने आया। स्व. संतोख सिंह चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर चौधरी ने कहा कि, मेरे बेटे और पिता को कांग्रेस ने अपमान किया। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने मेरे बेटे को परिवार का आखिरी चिराग बताया। ऐसे में मैं कैसे कांग्रेस के साथ चल सकती हूं। मेरे पति ने कांग्रेस के लिए शहादत दी है। मगर कांग्रेस ने उसका भी ध्यान नहीं रखा और हमें दरकिनार कर दिया। मेरे परिवार ने कांग्रेस को 100 साल दिए हैं। कर्मजीत कौर चौधरी ने कहा- अब ये कांग्रेस नहीं है, बल्कि कॉर्पोरेट कांग्रेस बन गई है। जोकि बाहर से आए लोगों को टिकट और सम्मान दे रही है। जो टकसाली पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं, उन्हें दरकिनार किया जा रहा है। कर्मजीत कौर चौधरी ने कहा कि, कांग्रेस द्वारा मेरे परिवार के साथ जो अपमान किया गया, उसे बीजेपी ने भी देखा। उन्होंने हमें अपने परिवार में शामिल किया है, मैं हमेशा बीजेपी के लिए काम करूंगी। मेरे परिवार ने कांग्रेस का हिस्सा होते हुए उन्हें करीब 18 बार जीत दिलाई है। मेरे परिवार की तीसरी पीढ़ी विधानसभा में है। मेरे बेटे को कांग्रेस टारगेट कर रही है। मेरे बेटे को दुरुयोधन कहा गया। चन्नी पर निशाना साधते हुए कर्मजीत कौर चौधरी ने कहा कि, चन्नी जहां गए, वहीं पर बर्बादी हो गई। उप चुनाव में मुझे हार का सामान करना पड़ा, मगर नेताओं ने हाईकमान से कहा कि चौधरी परिवार को तो सिंपेथी वोट भी नहीं मिले। जालंधर सीट से कांग्रेस की ओर से टिकट न मिलने पर चौधरी परिवार काफी नाराज चल रहा था। जिसके बाद पूर्व सीएम और जालंधर से कांग्रेस के उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी व फिल्लौर से विधायक रहे बिक्रमजीत सिंह चौधरी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई थी। चन्नी ने बिक्रमजीत की तुलना दुर्योधन से करते हुए कहा था कि जैसे दुर्योधन ने महाभारत करवाकर परिवार का नास कर दिया था। आज इसी तरह बिक्रम ने अपने परिवार का नास कर दिया है।