पटियाला। दिल्ली में जनता के अटके कामों खासकर छात्रों की प्रभावित हो रही शिक्षा का हवाला देते हुए पटियाला बीजेपी प्रत्याशी और सांसद परनीत कौर ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग उठाई है। परनीत कौर ने आज प्रैस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस विषय पर मीडिया से बातचीत की। परनीत कौर ने कहा कि दिल्ली के स्कूलों में छात्रें को किताबें नहीं मिल रही है। इसको लेकर हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार को जमकर फटकार लगाई है। साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा है कि केजरीवाल ने इस्तीफा न देकर निजी हितों को राष्ट्रीय हित से ऊपर रखा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा न देने पर बीते शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल को कड़ी फटकार लगाई। दिल्ली में शिक्षा के स्तर को बढ़ाचढ़ाकर बताने वाले अरविंद केजरीवाल आज बच्चों को किताबें न मिलने की बात से जानबूझकर बेखबर हैं, यदि बच्चों की शिक्षा का फिक्र केजरीवाल को होता तो वह बच्चों के भविष्य को प्राथमिकता देते हुए अपने पद से इस्तीफा देकर बाबा साहिब अंबेडर जी के बनाए संविधान का सम्मान बढ़ाते। सांसद परनीत कौर ने मीडिया से बातचीत दौरान कहा कि अदालत में एमसीडी कमिश्नर की ओर से दलील दी गई थी कि नोट-बुक, स्टेशनरी आइटम, यूनिफॉर्म और स्कूल बैग का वितरण न होने का एक बड़ा कारण स्थाई समितियों का गठन न होना है। समितियों के पास ही पांच करोड़ रुपये से अधिक के ठेके दोने की शक्ति और अधिकार है और समितियों का चेयरमैन मुख्यमंत्री हैं, जो इस समय जेल में हैं। चेयरमैन के बिना समितियां कोई फैसला कानून अनुसार नहीं ले सकती। लिहाजा बच्चे इस समय किताबों के साथ-साथ स्टेशनी और स्कूल बैग से भी वंचित हैं।