सोमवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) का नया प्रधान चुन लिया गया है। एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी चौथी बार SGPC के प्रधान चुने गए। धामी को 107 वोट मिले। वहीं बागी गुट की उम्मीदवार बीबी जागीर कौर को सिर्फ 33 वोट मिले।
प्रधान बनते ही धामी ने RSS, भाजपा और कांग्रेस पर सिख मामलों में दखलअंदाजी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा- इसमें आम आदमी पार्टी भी पीछे नहीं। इनकी तरफ से सिखों के मामले उलझाए जा रहे हैं। सिखों के मामलों को भटकाया जा रहा है।
बादल परिवार का SGPC पर 1990 के दशक से प्रभाव है। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. प्रकाश सिंह बादल ने 1996 में SGPC अध्यक्ष का पद संभाला था। इसके बाद बादल परिवार का SGPC में प्रभाव बढ़ा। उनके करीबियों की नियुक्तियां शुरू हुईं।
2017 के विधानसभा चुनाव के बाद शिरोमणि अकाली दल (SAD) का प्रभाव राज्य में कम हो गया। हाल ही में पार्टी के नेताओं में फूट पड़ गई और उन्होंने अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को पद से हटाने की मांग की। अकाल तख्त साहिब ने सुखबीर सिंह बादल को तनखैया घोषित किया। इसके बाद पार्टी ने 4 सीटों पर हो रहे उपचुनाव भी न लड़ने का फैसला किया।
इस बार माना जा रहा था कि अकाली दल में फूट का SGPC चुनाव पर असर पड़ेगा। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। बागी गुट की बीबी जागीर कौर पर 2022 से भी कम वोट मिले। ऐसे में अकाली दल को उभरने का एक और मौका मिला है।
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Yashpal Sharma (Editor)