यशपाल शर्मा, लुधियाना
जहां एक ओर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन रमण बाला सुब्रामनियम के कार्यकाल में एलड़ीपी प्लॉटों की अलॉटमेंट और ई टेंडरिंग में करोड़ों के घोटाले में एफआईआर के बाद स्टेट विजिलेंस व्यूरो व इंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट की टीमें जहां उक्त डिपार्टमेंट का रिकार्ड खंगालने में जुटी हुई हैं तो दूसरी ओर मोटी कमीशन लेकर इंजीनियरिंग विंग के अफसरों ने करीब 70 करोड़ रुपए से अधिक की पेमेंटों की अदायगी ठेकेदारों को कर डाली। ये वहीं काम जिन पर मौके पर वर्क हुए हैं या नहीं, ये अंडर स्कैनिंग हैं। लेकिन मोटे कमीशन के खेल में ट्रस्ट अफसरों ने इन बिलों की अदायगी कर डाली। इनमें 90 फीसदी पैमेंटें उन्हीें कामों की हैं, जिन्हें पूर्व चेयरमैन रमण बाला सुब्रमानियम के कार्यकाल में शुरु किया गया था। यहां आपको ये भी बता दें पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद ट्रस्ट अफसर करीब नौ महीनों से लेकर एक साल तक पहले विजिलेंस का रुख देखते रहे और विजिलेंस के ड़र से ठेकेदारों काे पैमेंट भी नहीं की गई। लेकिन पिछले छह आठ महीनों में रास्ता साफ देख मोटी कमीशन लेकर इन्हें पेमेंट कर दी गई। बताया जाता है कि इन टेंडरों में भी बड़ा हेरफेर किया गया। ये पूरा स्कैम ऐसा है, जिसकी जांच विजिलेंस के आफिस तक तो पहुंची, लेकिन इसे दबा लिया गया। विजिलेंस का स्टाफ भी प्लाटों की अलॉटमेंट व ई आक्शन में घोटाले को ट्रेस करने में जुट गया और धीरे धीरे विजिलेंस आफिस में पड़ी फाइलें बाहर निकाल ली गई। इतना ही नहीं अब इसी मामले को लेकर एक आरटीआई एक्टिविस्ट की ओर से इन पैमेंटों में बडे़ घोटाले की शिकायत सीएम भगवंत मान, लोकल बॉडी सेक्रेटरी, चीफ डायरेक्टर विजिलेंस और ट्रस्ट के चेयरमैन तरसेम सिंह भिंडर काे भेजी गई है। खुद इंप्रूवमेंट ट्रस्ट का आफिस भी इस गड़बड़झाले से अलग नहीं है। इस बिल्डिंग की छत पर लाखों रुपए की लागत से दो फलोर बनाने का टेंडर एक ठेकेदार को दिया गया, लेकिन सेटिंग के चलते केवल एक फलोर ही बनाया गया, जबकि इसकी पूरी पेमेंट कमीशन के खेल में ठेकेदार को कर दी गई। कल इस पूरे मामले में मौजूदा किस अफसर ने कितनी कमीशन लेकर फाइलों को हरी झंड़ी दी और मौजूदा चेयरमैन की इसमें अब तक क्या भूमिका रही है, का खुलासा तो किया ही जाएगा। साथ में कौन सा अफसर केवल कमीशन लेने को आफिस आता है, इससे भी पर्दा आने वाले दिनाें में उठाया जाएगा।
पार्कों में आउट डोर जिम व झूले लगाने के नाम पर बड़ा गोलमाल
पार्कों में आउट डोर जिम व झूले लगाने के नाम पर इन टेंडराें में बड़ा गोलमाल किया गया। ये गोलमाल केवल वेस्ट विधानसभा में ही नहीं, ब्लकि आत्म नगर हल्के में भी अंजाम दियाग या। असल में इन टेंडरों में एक साथ कईं पार्काें में ये ओपन जिम लगाने के टेंडर दिए गए, लेकिन मौके पर कईं पार्क ऐसे थे, जहां ओपन जिम संभव नहीं थे और कईं पार्कों में तो पहले से लगे हुए थे, लेकिन इसके बावजूद इनके बिल बनवा दिए गए और कांट्रेक्टरों को लाखों की पेमेंट भी कर दी गई।
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पार्कों के रंगरोगन व मेनटेंनस के एस्टीमेट बनवा दिए 50 लाख के पार
लुधियाना वेस्ट हल्के के ऋषि नगर एरिया में दर्जन भी से अधिक पार्क इस घोटाले के गवाह बने हुए हैं। जहां पर पार्कों की हल्की फुल्की मेनटेंनस और ग्रिलों के पेंट के नाम पर 50 लाख से अधिक के एस्टीमेंट तैयार करवाए गए और इनके एवज में पांच से आठ फीसदी की पेमेंट अफसरों को टेंडर अलाट होते ही मिल गई और बाद में भी इनकों बिलों के एवज में लाखों रुपए अफसरों की जेबें में डाला गया। उदाहरण के तौर पर ऋषि नगर के एक्स ब्लॉक में 13 पार्कों की मेनेटनेंस दिखा करोड़ों का टेंडर लगाया गया, लेकिन मौके पर केवल दाे से तीन पार्क ही ऐसे हैं जहां ये काम किया गया। जबकि यहां एक पार्क पर मंदिर व एक पर गुरुद्धारा और कुछ अन्य पार्क कब्जों की भेंट चढे़ हुए है, लेकिन डेवलपमेंट के नाम पर मोटा चूना सरकार को लगाने के लिए कागजाें में ये काम करवा दिए गए।
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Yashpal Sharma (Editor)