पंजाब। चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में हुए ग्रेनेड विस्फोट के मामले में पुलिस जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मुख्य आरोपी रोहन मसीह और विशाल मसीह ने घटना से तीन महीने पहले इंस्टाग्राम पर बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकी हैप्पी पसीहा से संपर्क स्थापित किया था। फिलहाल, दोनों आरोपी चंडीगढ़ पुलिस की पांच दिन की रिमांड पर हैं। प्राथमिक जांच और पूछताछ में यह भी सामने आया है कि 9 सितंबर को आरोपियों ने ऑटो चालक कुलदीप की मदद से घटना स्थल की रेकी की थी। कुलदीप की ऑटो का उपयोग सेक्टर-10 स्थित उस घर के आसपास किया गया था, जहां कम तीव्रता का विस्फोट हुआ।
बटाला से मिला था ग्रेनेड
पुलिस के अनुसार, इस्तेमाल किया गया ग्रेनेड पहले से ही क्षतिग्रस्त था और आरोपियों ने उसके टूटे हिस्सों पर टेप लगा दी थी। रोहन और विशाल ने बताया कि उन्हें यह ग्रेनेड पंजाब के बटाला में एक अज्ञात स्थान से प्राप्त हुआ था, लेकिन ग्रेनेड देने वाले व्यक्ति या सटीक स्थान के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी। 11 सितंबर को रोहन और विशाल ने मिलकर सेक्टर-10 स्थित घर पर ग्रेनेड फेंका, जिसका निशाना पंजाब पुलिस के पूर्व एसपी जसकीरत सिंह चहल थे। हालांकि, चहल पहले ही उस घर को छोड़कर दूसरी जगह शिफ्ट हो चुके थे। विस्फोट में किसी को कोई चोट नहीं आई, लेकिन खिड़कियों के शीशे और कुछ बर्तन क्षतिग्रस्त हो गए। आरोपियों को हैप्पी पसीहा ने इस विस्फोट के बदले 5 लाख रुपये देने का वादा किया था, लेकिन उन्हें केवल 36,000 रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए थे।
हमारा पहला उदेश्य आप तक सबसे पहले और सही खबर पहुंचाना। हमारे आसपास क्या हो रहा है, इसके बारे में आपकी नॉलेज को दुरुस्त करना। वहीं समाज की बुराईयों व गलत गतिविधियों संबंधी आगाह करना भी हमारे लक्ष्य में हैं।
Yashpal Sharma (Editor)