पंजाब। चंडीगढ़ साइबर सेल ने गैंगस्टरों और गन कल्चर का प्रचार करने वाले 1900 से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कार्रवाई करते हुए उन्हें बंद कर दिया है। ये अकाउंट्स अपराधों का महिमामंडन कर युवा पीढ़ी को गलत दिशा में प्रेरित कर रहे थे। इस कदम का उद्देश्य चंडीगढ़ और इसके आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते गैंगस्टर प्रभाव को कम करना और अपराध पर लगाम लगाना है। चंडीगढ़ में हाल के वर्षों में गैंगस्टरों की संलिप्तता वाले कई गंभीर अपराध सामने आए हैं। इनमें सोनू शाह और बाउंसर सुरजीत की हत्या जैसी घटनाएं शामिल हैं, जिन्हें गैंगस्टरों ने अंजाम दिया और फिर सोशल मीडिया पर अपनी जिम्मेदारी स्वीकार की। अब, चंडीगढ़ पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए सोशल मीडिया पर इन गतिविधियों को रोकने के लिए विशेष कदम उठाए हैं। अपराधियों ने फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफार्मों का उपयोग कर अपनी धमक फैलाने का नया तरीका अपनाया है। वे अपराध करने के बाद धमकी भरे वीडियो और तस्वीरें पोस्ट कर समाज में डर पैदा करते थे। इस डर के जरिए वसूली और अन्य अपराधों को अंजाम दिया जा रहा था, जिसे अब साइबर सेल की इस कार्रवाई से रोका जा रहा है।
साइबर ऑपरेशंस एंड सिक्योरिटी सेंटर की भूमिका
चंडीगढ़ के साइबर ऑपरेशंस एंड सिक्योरिटी सेंटर ने इस कार्रवाई में अहम भूमिका निभाई है। यह केंद्र साइबर अपराधियों और गैंगस्टरों की डिजिटल गतिविधियों पर नजर रखता है और उन्हें समय रहते रोकने का काम करता है। इस सेंटर का उद्देश्य न केवल अपराधियों को पकड़ना है बल्कि सरकारी डिजिटल सिस्टम की सुरक्षा भी सुनिश्चित करना है।
युवाओं को अपराध से बचाने की कोशिश
पंजाब और चंडीगढ़ में गैंगस्टर सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को अपराध और नशे की ओर आकर्षित कर रहे हैं। चंडीगढ़ पुलिस ने इस खतरे को देखते हुए कई सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कार्रवाई की है ताकि युवा पीढ़ी को गैंगस्टरों के चंगुल से बचाया जा सके।
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Yashpal Sharma (Editor)