लुधियाना। पंजाब के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू को ट्रांसपोर्ट टेंडर घोटाला में 7 महीने बाद हाईकोर्ट से राहत मिली है। आशू ने पटियाला में गुरुद्वारा दुखनिवारण साहिब में माथा टेका। उसके बाद मां काली के दरबार में नतमस्तक हुए। इसके बाद अब वह लुधियाना में अपने घर पहुंच गए है। आशू के आने से पहले उनके घर के बाहर कांग्रेसी नेताओं और उनके समर्थकों की भीड़ एकत्र हो गई है। आशू का लुधियाना पहुंचने पर समर्थकों ने उनका फूलों से स्वागत किया। आशू के स्वागत के लिए ढोल आदि की भी व्यवस्था कांग्रेसियों ने की। आशू के जेल से बाहर आने के बाद महानगर की राजनीति एक बार भी से सक्रिय हो जाएगी। गिरफ्तारी के बाद से आशू करीब 7 महीने से जेल में बंद हैं। आशू का आरोप था कि पंजाब सरकार उन्हें टारगेट कर रही है। पत्नी बोली- माता रानी का आशीर्वाद मिला लोगों ने भारत भूषण आशू के लिए मन्नतें मांगी थी। नवरात्र चल रहे है। माता रानी के आर्शीवाद के बाद आज घर पहुंच रहे है। भारी संख्या में उनके चाहने वाले भी उनका स्वागत करने के लिए मौजूद है। आज कोई राजनीतिक बात न करके सिर्फ माता रानी का धन्यवाद किया जाएगा। कल राजनीतिक मामले पर बातचीत हो सकती है। एक माह से टल रही थी सुनवाई इससे पहले पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई 17 फरवरी से लगातार टलती रही है। लेकिन मामले में आरोपी आशू की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट द्वारा अब फैसला सुरक्षित रखा गया है। दरअसल, जेल में बंद कांग्रेस के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू ने मामले में जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका लगाई है। हाईकोर्ट ने पहले 17 फरवरी, फिर 20 फरवरी और उसके बाद आज, 23 फरवरी के लिए सुनवाई टाल दी थी। 22 अगस्त 2022 को हुई गिरफ्तारी गौरतलब है कि पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने आशू के खिलाफ 16 अगस्त 2022 को केस दर्ज किया था। फिर 22 अगस्त 2022 को आशु को सैलून से गिरफ्तार किया गया। करीब 8 दिन विजिलेंस रिमांड के बाद आरोपी को ज्यूडिशियल कस्टडी, पटियाला जेल भेजा गया। इसके बाद जिला अदालत ने आशू की जमानत याचिका को खारिज किया तो आरोपी ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में जमानत याचिका लगाई, लेकिन उसे अभी तक राहत नहीं मिल सकी है।