पंजाब सरकार गुजरात में, पंजाब में भ्रष्टाचार के रेट बढ़े। यह कटाक्ष पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता परमिंदर मेहता ने आज यहां रखबाग में चुनिंदा पत्रकारों से बातचीत करते हुए लगाए। इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सर्बजीत सिंह बंटी भी उपस्थित थे।उन्होंने रोष प्रगट करते हुए कहा कि महंगाई मुद्रास्फीति के दर बढ़ने से बढ़ती है, यह तो सब को पता है, लेकिन भ्रष्टाचार के दाम कहां से बढ़ रहे है, यह भगवंत मान सरकार में नया सवाल खड़ा हो गया है। पंजाब में चारों और भ्रष्टाचार ही फलफूल रहा है। आम आदमी के लिए आरजकता का माहौल है। अगर सर्व प्रथम रियल इस्टेट कारोबार की बात करे तो एनओसी के बिना मोटी रिश्वत लेकर रजिस्ट्रियां हो रही है। लेकिन अगर सरकारी खाते में एनओसी के ज़रिए पैसा जमा करवाना हो तो लोगों को ऑनलाईन भी निराशा ही मिल रही है। जबकि फ़र्द तक निकलने के चोर दरवाजे के दाम भी आसमान छूने का समाचार भी जग जाहिर हो चुका है। भगवंत मान सरकार के तमाम दावों के वाबजूद रेत बजरी का बाज़ार भी सम्भलने को तैयार नही। जिससे आम आदमी के लिए घर - दुकान बनाना बजट से बाहर हो रहा है। वही इसका राज्य के विकास पर भारी विपरीत असर पड़ा है,महंगी रेत बजरी के कारण ठेकेदारों ने अपना काम बंद कर रखा है।जिससे रोजमर्रा दिहाड़ी लगा कमाने वाले मजदूर मिस्त्री व अन्य को घर चलाना मुश्किल हो रहा है। मेहता ने जोर देकर कहा कि पार्किग माफ़िया को नकेल डालने की बजाए सरकार ने उन्हें मनमर्जी के चार्ज वसूलने के लिए प्रशासनिक अधिकार दिला दिए लगते है। जिनकी पुष्टि नगर निगम मल्टीस्टोरी व किताब बाजार तथा भदौड़ हाऊस इत्यादि वाहन पार्किंगों में जाकर की जा सकती है। यहां जबरन अवैध स्थानों पर पार्किग करवा कर भी वसूली हो रही है। उक्त वसूली सत्तारूढ़ नेताओं व प्रशासनिक अधिकारियों की मिली भगत के बिना नही करवाई जा सकती। मेहता ने कहा यही बस नही महानगर में ट्रैफिक सुधार की बजाए शहर के अंदरूनी बाजारों में भी ट्रैफिक पुलिस को चलान काटते देखा जा सकता है।अगर यह कहे कि कानून व्यवस्था की खस्ताहालत को सुधारने की बजाए चैकिंग के नाम पर आम आदमी को ही चालानों का सामना करना पड़ रहा है।जबकि रोज़ाना लूटपाट छीना झपटी की बढ़ रही वारदातों से पहले ही जनसाधारण में भय पैदा हुआ है। उन्होनें कहा भगवंत मान सरकार ने सत्ता में आते ही जिन अधिकारियों के तबादले भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने को कह किए थे वह भी चंद महीनों में ही वापिस अपनी पुरानी सीटों पर लौट आए है। ऐसे में स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार के रास्ते अभी और खुलने वाले है। मेहता ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वह राज्य में स्थापित हो रहे भ्रष्टाचार के नए नए कीर्तिमानों को खत्म करने के लिए सर्व प्रथम अपनी पीढ़ी के नीचे झांक कर देखे ।
Corruption Rates Increased In Punjab Many New Questions Raised On Bhagwant Mann Government