कौंसलर चुनाव से लेकर मंत्री चुनाव तक पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू के साथ चलने वाले व जवानी के पक्के दोस्त तरुण जैन बावा इस बार उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतर गए हैं। आज पंजाब संयुक्त मोर्चा की ओर से विधानसभा चुनाव के लिए अपने 20 नए उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी। जिसमें लुधियाना वेस्ट से तरुण जैन बावा को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि लुधियाना की आत्म नगर सीट से हरकिरत सिंह राणा जो की कारोबारी हैं, उन्हें मैदान में उतारा गया है। बावा के इस एलान से आशू गुट में खलबली मचनी तय है। इससे पहले गुरप्रीत गोगी जो आशू की विधानसभा से ही कौंसलर थे, ने आम आदमी पार्टी से उतर पहले से उनकी मुसीबतों को बढ़ाया है, लेकिन अब बावा के भी मैदान में आने से वेस्ट विधानसभा का चुनाव अब आशू के लिए उतना आसान नहीं रहा जितना पहले सोचा जा रहा था। बड़ी बात है कि तरुण जैन बावा की ओर से बुडढा नाला सफाई को करीब 250 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट लेकर आए थे और वे लगातार पंजाब सरकार से इस प्रोजेक्ट को अपनाने की बात कह रहे थे, लेकिन उनकी प्लानिंग को किनारे कर सरकार की ओर से 650 करोड़ रुपए से बुडढा नाला की सफाई का प्रोजेक्ट लेकर आ गई। जिस पर बावा की ओर से काफी अंगुलियां भी उठाई गई और मंत्री आशू की ओर से इसमें भ्रष्टाचार के बडे़ आरोप लगाए गए। बताया जाता है कि यही बुडडा नाला प्रोजेक्ट तरुण जैन बावा की राजनीति में एंंट्री का ट्रनिंग प्वाइंट बना है और तब से वे अपना कारोबार छोड़ राजनीति में छलांग लगाए हुए हैं। वे तीन कानून के हक में बार्डर पर भी एंट्री लगा चुके हैं और लगातार किसानों के हक में आवाज उठाते रहे हैं। बड़ी बात है कि तरुण जैन बावा की कारोबारी संगठनों में अच्छी पैठ है और उनका चुनाव मैदान में उतरना आशू के लिए अधिक बेहतर संकेत नहीं हैं। इसका बड़ा कारण ये भी है कि आशू के अधिकतर वेस्ट विधानसभा के नजदीकी बावा के भी बेहद करीबी हैं और ऐसे में आशू के नजदीकियों की वोट भी कहीं न कहीं कुछ सेंध बावा लगा पाते हैं, ये सवाल सबके जहन में भी है।
Tarun Jain Bawa Will Fight Against Ashu From Farmers Party