यशपाल शर्मा, लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में चल रही धांधली का खेल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अब इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की ओर से दो महीनें पहले करीब 15 लाख रुपए की लागत से खरीदी मारुति एक्स एल-7 मॉडल की नई कार कहां है, ये बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। पहले इस कार को लेकर ये चर्चा खूब उड़ी थी कि ट्रस्ट ये कार खरीद कर चंडीगढ़ में लोकल गर्वमेंट के पास भेज रहा है, लेकिन इसका विवाद खड़ा होने पर ये कार तो चंडीगढ़ नहीं भेजी गई, लेकिन इस दौरान क्या कार कहां गई, अब ये सवाल खड़ा होता दिखाई दे रहा है। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में बात करें सरकारी गाडियों की तो इस समय में चेयरमैन रमण बाला सुब्रामनियम के पास नई इनोवा क्रिस्टा का टॉप माडॅल है और इसके बाद ट्रस्ट के अधिकारियों के पास भी नई गाड़ियां ले रखी हैं। जिनमें ट्रस्ट की ईओ के पास मारुति ब्रिजा, ट्रस्ट में लैंड एक्वाजिशन का चार्ज देख रही पीसीएस अधिकारी नीरु कत्याल के पास मारुति ब्रिजा, तीन एक्सईन स्तर के अधिकारियों के पास भी एक मारुति ब्रिजा व एक होंडा सिटी कार है। ये सब ट्रस्ट के आला अधिकारी हैं, जिनके पास ये सभी सरकारी गाडियां अलॉट की गई हैं, लेकिन दो महीने पहले खरीदी गई नई कार कहां गई, ये बड़ा सवाल है। वहीं ट्रस्ट के एसई अपनी निजी इनोवा कार इस्तेमाल करते हैं। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन के घर में चली रही नई कार सूत्रों का ये भी कहना है कि ये नई खरीदी कार इंप्रूवमेंट ट्रस्ट चेयरमैन रमण बाला सुब्रामनियम के घर में चल रही है और उनकी पत्नी जो की किचलू नगर के नजदीक सरकारी पालिटैक्निक कालेज में प्रिसिंपल का टैंपरेरी चार्ज देख रही हैं को घर से कालेज ले जाने व कालेज से घर लाने की डयूटी में तैनात है और उसके लिए ट्रस्ट का एक ड्राइवर भी साथ रहता है। हालांकि सूत्रों के हवाले से आ रही इस बात की ई न्यूज पंजाब पुख्त नहीं करता, लेकिन इस पूरे मामले को जांच के दायरे में लाया जाना जरुरी है। बीते दिनों भी इलेक्शन कमीशन की ओर से मांगी गई जानकारी को हल्के में लेने पर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की ईओ कुलजीत कौर तक को नोटिस जारी हो चुका है। बड़ी बात है कि इलेक्शन कमीशन भी किसी भी पल ट्रस्ट से सरकारी गाड़ियों का लेखा जोखा मांग सकता है। गौर हो कि नियमों के तहत अब चेयरमैन भी सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल अगर नियमों के अनुरुप नहीं करते तो कभी उनसे भी ये गाड़ी छीनी ज सकती है। हालांकि अवूवमन इलेक्शन कोड के दौरान ट्रस्ट की सरकारी गाड़ियां इलेक्शन डयूटी में लगे अफसरों की डयूटी को वापिस ले जाती हैं। ---- अगर किसके नाम भरी जा रही लॉग बुक अगर सरकारी वाहनों के इस्तेमाल में हो रहे दुरुपयोग की ये चोरी पकड़ने को अगर इसकी बात की जांच करवाई जाए कि इस गाड़ी की लॉग बुक किस अफसर के नाम से भरी जा रही है और अब तक ये गाड़ी कितनी चली है और कहां कहां इस गाड़ी को ले जाया गया है व इसमें कितना सरकारी डीजल या पैट्रोल भरवाया गया है, ये सब साफ हो जाएगा।
Where Did The Improvement Trust New Car Worth 15 Lakhs Go