भारतीय जनता पार्टी पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने पंजाब कांग्रेस प्रधान नवाजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री चन्नी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के लिए इन लोगों के द्वारा प्रयोग की गई अमर्यादित भाषा इनके घटिया चरित्र को दर्शाती है। भाजपा ने कहा कि नौटंकीबाजी सिद्धू के खून है, जबकि संवैधानिक पद पर बैठे चन्नी ने पद की गरिमा को तार-तार करने का काम किया है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा को खतरे में डालने जैसे गंभीर अपराध के लिए पंजाब व देश की जनता इन लोगों को कभी माफ नहीं करेगी। शर्मा ने यह बातें लुधियाना में आयोजित पत्रकारवार्ता में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहे। अश्वनी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस प्रधान सिद्धू पत्रकारवार्ता कर चन्नी सरकार की ढाल बनने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ घटित घटना की साजिश के तार कही न कही दिल्ली से जुडे़ हुए हैं। इसलिए कांग्रेस ने इन संवेदनशील मुद्दे पर सिद्धू को बोलने के लिए आगे किया है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के लिए नाटक शब्द का प्रयोग कर सिद्धू पंजाब और पंजाबियत को अपमानित कर रहे हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा भाई कहकर व जनरल बाजवा से झप्पी डाल कर मिलना क्या देश का अपमान नहीं है? इतना ही नहीं सिद्धू ने तिरंगे का भी जिक्र करते हुए कहा था कि बीजेपी ने उतने भी तिरंगे नहीं फहराए होंगे, जितने पंजाबी तिरंगे में लिपट कर आएं हैं। इसका जवाब देते हुए शर्मा ने कहा कि भाजपा तो काफी लंबे समय से कहती आ रही है कि सिद्धू साहब आप तिरंगे का अपमान कर रहे हो, क्योंकि अपने देश के प्रधानमंत्री को भला बुरा बोलकर आप पाकिस्तान के पीएम को बड़ा भाई बताते हैं, जनरल बाजवा से झप्पी डालना क्या यह देश का अपमान नहीं है? न तो आपको पंजाब की चिंता है और न ही पंजाबियत की आपको तो केवल सत्ता की भूख है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पद के सर्वोच्च पद प्रधानमंत्री के लिए इतने घटिया शब्दों का प्रयोग करने वालों के लिए नौटंकीबाज शब्द बहुत कम है अश्वनी शर्मा ने मुख्यमंत्री चन्नी द्वारा प्रधानमंत्री के लिए प्रयोग किए गए तू शब्द पर उन्हें आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति खुद सवैधानिक पद पर बैठा हुआ है और वह ऐसे अमर्यादित शब्द बोले उसे शोभा नहीं देता। चन्नी द्वारा रैली मंच से अपने भाषण में प्रधानमंत्री के लिए बोले गए शब्द कि उन्हें कोई गोली, पत्थर थोड़ी लगा है के जवाब में शर्मा ने कहा कि चन्नी सरकार आपकी साजिश नाकाम हो गई है। क्या आपको इस बात का दर्द है कि प्रधानमंत्री सुरक्षित वापस कैसे चले गए? उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण से कांग्रेस की मानसिकता का स्पष्ट पता चलता है कि साजिश के तार दिल्ली से जुड़े हुए हैं। शर्मा ने कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि वीडियो में भाजपा के झंडे नजर आ रहे हैं तो मैं यही कहना चाहता हूं कि वह रोड प्रधानमंत्री के आगमन से 50 मिनट पहले बंद करा दी गई थी। बाद में काली गाड़ी में पुलिस वहां 20-25 गुडों को लाई थी। रैली जा रहे बसों में कार्यकर्ताओं को वहां पहले ही रोक दिया गया था जो रैली में जाने के लिए संघर्ष कर रहे थे और ऐसे रास्ते में प्रधानमंत्री को लेकर आना क्या कांग्रेस की नियत पर प्रश्न चिह्न नहीं उठाता? क्या इस सब में साजिश की बू नहीं आती? उन्होंने कहा कि इस तरह से देश पहले ही दो प्रधानमंत्री को खो चुका है ऐसे में राहुल गांधी चुप हैं, जबकि प्रियंका उल्टे सीधे ट्वीट किए जा रही हैं। यह तो देश के लोगों का आशीर्वाद था कि वह सुरक्षित वापस पहुंच गए। शर्मा ने कहा कि चन्नी सरकार झूठ बोल रही है कि उन्हें पीएम के कार्यक्रम का पता ही नहीं था। जबकि एसपीजी की ओर से 3 जनवरी को डीजीपी व वरिष्ठ अफसरों को एएसएल रिपोर्ट भेजी गई थी लेकिन साजिशन पंजाब सरकार द्वारा उस गाइडलाइंस को दरकिनार कर दिया गया। रिपोर्ट की पेज 23 में रूट के बारे में साफ-साफ बताया गया है कि फिरोजपुर-भठिंडा रूट से मौसम खराब होने की वजह से प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से आ और जा सकते हैं। इसके बावजूद डीजीपी की क्लियरेंस के बाद ही प्रधानमंत्री को उस रूट से लाया गया, जहां बसे रोकी गईं थी। डीजीपी को सब पता था, डीसी को भी फोन किया गया, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया। शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री को किन-किन आतंकी संगठनों से खतरा है, इसकी पूरी लिखित जानकारी पंजाब सरकार को दी गई थी। फिरोजपुर-जलालाबाद बार्डर जिलों में कई बार विस्फोट हो चुका है। जहां उनकी सुरक्षा को खतरे में डाला गया। यहां तक कि यह भी लिखा था कि हुसैनीवाला रास्ते में किसानों का प्रोटेस्ट हो सकता है। हाल ही में हुए लुधियाना विस्फोट से भी पंजाब सरकार ने सबक नहीं लिया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के पास सभी साक्ष्य पहुंच चुके हैं, कोर्ट ने कहा है कि राज्य जांच नहीं करेगा, वह स्वयं करेगा। हमें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा विश्वास है। इस दौरान उन्होंने कहा कि पंजाब में निष्पक्ष चुनाव कराना भी बड़ी चनौती है।
Wires Of Conspiracy To Endanger The Security Of The Prime Minister From Delhi