लुधियाना / जगराओं शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को चुनौती दी है कि वे लुधियाना बम विस्फोट को अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से जुड़े सबूत पेश करें यां ऐसे संवेदनशील मुददे पर घटिया राजनीति करने के लिए माफी मांगें, क्योंकि ऐसा करके राज्य में शांति और साम्प्रदायिक सदभावना को समाप्त किया जा रहा है। अकाली दल अध्यक्ष जगराओं में एस आर कलेर और निहालसिंहवाला में बलदेव सिंह माणूके के पक्ष में विशाल सभाओं को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह दावा करना शोभा नही देता कि पूर्व मंत्री स. बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद राज्य में गड़बड़ी हुई है। ‘‘ ऐसा लगता है कि श्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपना मानसिक संतूलन खो दिया है। अगर उसके पास किसी अकाली नेता को ऐसे किसी जघन्य अपराध से जोड़ने का सबूत है, तो उसे तुरंत सार्वजनिक करना चाहिए। अगर वह ऐसा नही कर सकते तो उन्हे त्रासदी का राजनीतिकरण करने की कोशिश करने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए’। सरदार बादल ने यह भी बताया कि पिछले चार महीनों के दौरान पंजाब के विभिन्न हिस्सों में पांच और धमाके हुए थे। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री को इन सभी घटनाओं की जांच की स्टेटस रिपोर्ट देनी चाहिए। ‘‘ यह स्पष्ट है कि सरकार कुंभकर्णी नींद में सोती हुई पकड़ी गई, इसीलिए यह अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को फंसाने की कोशिश करने में व्यस्त है, और राज्य की शांति भंग करने के लिए राष्ट्र विरोधी ताकतों के हवाले कर दिया गया है। उन्होने कहा कि अगर सरकार ने पहले हुए विस्फोटों की जांच की होती तो लुधियाना त्रासदी को टाला जा सकता था। पंजाबियों को मुर्ख बनाने में व्यस्त रहने के लिए मुख्यमंत्री की निंदा करते हुए स. बादल ने कहा ,‘‘ आपने पिछले कुछ महीनों से कुछ भी नही किया है, सिवाय खोखले वादे करने और पूरे पेज के समाचार पत्रों के विज्ञापनों के माध्यम से झूठे क्रेडिट का दावा करके राज्य के संसाधनों को बर्बाद किया है। उन्होने कहा कि यही कारण है कि मुख्यमंत्री ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है , और यहां तक कि उन्हे ऐलानजीत सिंह भी कहा जाने लगा है। कांग्रेस सरकार के पास केवल 150 घंटे कुशासन करने के लिए बचे हैं, कहते हुए सरदार बादल ने कहा कि सरकार अकाली नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने की कोशिश में लगी हुई है। उन्होने उदाहरण दिया कि किस तरह से पार्टी मोगा जिलाध्यक्ष तीर्थ सिंह महलां के पुत्रों के खिलाफ झूठे आरोपों में दर्ज हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है। अकाली-बसपा गठबंधन की सरकार बनने के बाद सभी झूठे मामलों की जांच एक कमिशन द्वारा की जाएगी कहते हुए सरदार बादल ने कहा कि झूठे मामले दर्ज करने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की जाएगी। उन्होने कहा कि अगली सरकार पिछले तीन महीनों में कांग्रेस सरकार द्वारा लिए गए सभी जनविरोधी फैसलों की भी समीक्षा करेगी। श्री आनंदपुर साहिब तथा अमृतसर में श्री दरबार साहिब में हाल ही में हुई बेअदबी की घटनाओं का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री तथा गृहमंत्री को इन्हे गंभीरता से न लेने के लिए निंदा की। उन्होने कहा कि दोनों मामलों में आरोपियों को पुलिस के हवाले कर दिया गया , लेकिन वह फिर भी इस मामले में कोई कार्रवाई करने में नाकाम रही। उन्होने कहा, ‘‘ इससे दुनिया भर में सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है’’। जनसभाओं को संबोधित करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने पंजाबियों से किए अपने वादों को दोहराया, जिसमें बी.पी.एल कार्ड वाली महिलाओं को 2000 रूपये प्रति महीना, सभी को 800 यूनिट मुफ्त बिजली देना, मेगा स्कूल खोलना, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में सरकारी स्कूलों के छात्रों को 33 फीसदी आरक्षण शामिल है। सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण, सभी को 10-10 लाख का स्वास्थ्य बीमा, जिला स्तर के मेडिकल कॉलेज, बेरोजगार नौजवानों को अपना व्यापार खोलने के लिए 5 लाख रूपये ब्याज मुक्त कर्जा, सभी किसानों को टयूबवैल कनेक्शन, 50हजार रूपये प्रति एकड़ फसल बीमा और खेतीबाड़ी के लिए डीजल 10 रूपये प्रति लीटर की दर से जोकि वर्तमान दर से बेहद कम है, पर दिया जाएगा।
Sukhbir S Badal Challenges Cm To Make Evidence Linking Ludhiana Bomb Blast