लुधियाना, 21 फरवरी मंगलवार को आरटीए डॉ. पूनमप्रीत कौर और एसीपी ट्रैफिक गुरप्रीत सिंह ने संयुक्त रूप से स्थानीय बचत भवन में सभी ऑटो डीलरों और ऑटो/ई रिक्शा चालक प्रतिनिधियों के साथ एक विशेष बैठक आयोजित की। जिसमें आरटीए ने डीलरों की समस्याओं को सुनकर कार्यालय की समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया और कुछ समस्याओं का उच्च अधिकारियों से बात कर समाधान करने का आश्वासन भी दिया। इस मौके पर डीलरों से जब बिना कागज के बेचे गए ई-रिक्शा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि जब हमने बेचा तो आरसी बनाना जरूरी नहीं था और अब बीमा के अभाव में पुराने ई-रिक्शा की आरसी नहीं बनती और बीमा कंपनियां 2 साल तक भुगतान नहीं करती हैं। इस मौके पर आरटीओ ने हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने पर जोर देते हुए डीलर्स को कड़े शब्दों में कहा कि बेचे गए सभी वाहनों का रजिस्ट्रेशन कराना और सरकारी नंबर प्लेट लगवाना डीलर्स की जिम्मेदारी है, जिस पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि 2 वर्ष से अधिक पुराने वाहनों का बीमा नहीं है तो हाथ पर हाथ रखने के बजाय पहले 2 वर्ष तक पुराने वाहनों का बीमा कराएं और बाकी के कागजात व दस्तावेज तैयार कर लें.। आरटीए मैडम ने कहा कि ई-रिक्शा बेचने वाले सभी डीलरों को अब तक बेचे गए सभी ई-रिक्शा और शेष (अपंजीकृत) ई-रिक्शा के मालिकों के पते की सूची पंजीकृत करने व बाद में इसे कार्यालय में जमा करने को कहा। इस अवसर पर आरटीए द्वारा पावर प्वाइंट के माध्यम से ई-रिक्शा के पंजीकरण की प्रक्रिया को विस्तार से बताया गया।
Without High Security Number Plates Will Not Be Rc Approval Rta