भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस की ओर से चलाई मुहिम के तहत सोमवार को जिला लुधियाना सिधवां बेट ब्लॉक के डीडीपीओ सतविंदर सिंह कंग और सिधवां बेट ब्लॉक के ही चेयरमैन लखविंदर सिंह को गिरफतार कर लिया है। इन दोनों ने 26 गांवों में लगाई जाने वाली स्ट्रीट लाइटस में बड़ी ठगी करते हुए मंजूरशुदा रेट से दोगुनी कीमत पर स्ट्रीट लाइट खरीदी और इससे ब्लॉक समिति सिधवां बेट के सरकारी खजाने में 65 लाख रुपये की हेराफेरी कर दी। । विजिलेंस ब्यूरो (वीबी) के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि विजिलेंस इन्क्वायरी नंबर 03 दिनांक 12-07-2022 की जांच के दौरान यह पाया गया कि सतविंदर सिंह बीडीपीओ (अब निलम्बित) सिधवान बेट ब्लॉक में अपनी पोस्टिंग के दौरान। 26 गांवों में स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए सरकारी अनुदान मिला था। उक्त बीडीपीओ ने मेसर्स अमर इलेक्ट्रिकल इंटरप्राइजेज के मालिक गौरव शर्मा के साथ आपराधिक मिलीभगत से धन का गबन करने के लिए जानबूझकर 3,325 रुपये की मंजूरशुदा रेट के मुकाबले 7,288 रुपये प्रति लाइट की दर से लाइटें खरीदीं। उन्होंने कहा कि इस तरह उन्होंने अपने उपयोग के लिए 65 लाख रुपये के सरकारी अनुदान का दुरुपयोग किया और राज्य के खजाने को वित्तीय नुकसान पहुंचाया। अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इस मामले में आईपीसी की धारा 409, 120-बी और धारा 13 (1) (ए), 13 (2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर संख्या 10 दिनांक 27-09-2022 दर्ज की गई है। जिसमें सतविंदर सिंह कंग बीडीपीओ, चेयरमैन लखविंदर सिंह और मेसर्स अमर इलेक्ट्रिकल इंटरप्राइजेज के गौरव शर्मा को नामजद किया गया है। इस मामले में बीडीपीओ और चेयरमैन को गिरफ्तार कर लिया गया है और कल उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा. इस पूरे एपिसोड़ का खुलासा करते हुए प्रवक्ता ने आगे कहा कि स्ट्रीट लाइट लगाने का प्रस्ताव 30-12-2021 को ब्लॉक समिति सिधवां बेट के सदस्यों द्वारा पारित किया गया था, लेकिन आरोपी बीडीपीओ ने प्रस्ताव पारित होने से पहले 27-12-2021 को कोटेशन को मंजूरी दे दी थी। उक्त राशि को हड़पने के लिए बीडीपीओ ने पूर्णता प्रमाण पत्र भी तैयार किया था, यहां तक कि 26 गांवों में स्ट्रीट लाइट भी नहीं लगाई गई। इस मामले में आगे की जांच जारी है।
Vigilance Arrest Sidhwan Bet Bdpo And Block Samiti Chairman