ऋषि नगर Y ब्लॉक में जिन फ्लैटों को तोड़कर इल्लीगल कमर्शियल बिल्डिंग के निर्माण मामले में इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के अफसर अब अपनी खाल बचाने में जुट गए हैं। इस मामले में किस तरह से खुद की जान बचाई जाए, इसको लेकर ट्रस्ट में तिकड़म लगने शुरु हो गए हैं। पहली तिकड़म के तौर पर ईडीबल्यूएस फलैट तोड़कर मौके पर इल्लीगल कार्मशियल बिल्डिंग बनाने वाले को ट्रस्ट ने शो कॉज नोटिस जारी कर कार्रवाई को फोर्स मांगी है। लेकिन मजेदार बात ये है कि जब ईओ कुलजीत कौर की ओर से की गई रिपोर्ट में ये साफ कर दिया गया है, कि साइट पर बने फलैटों को ट्रस्ट की ओर से किसी को भी बेचा नहीं गया और न ही इसकी किसी को अलॉटमेंट की गई है, तो इससे साफ है कि इस जगह का जमीनी मालिकी हक इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पास है। ऐसे में इंप्रूवमेंट ट्रस्ट अफसरों की ओर से सरकारी साइट पर किए गए कब्जे पर सीधे सीधे कार्रवाई की बजाय आखिर नोटिस का खेल क्यों खेला जा रहा है। इस सड़क पर फलैटों का इल्लीगल चेंज आफ लैंड यूज कर इल्लीगल निर्माण का ये कोई पहला मामला नहीं है। जिन चार फलैटों को तोड़कर नया लैंटर डाला गया है, ठीक इसके साथ आगे भी गुप्ता स्वीटस की ओर से भी ऐसे ही चार फलैट साफ करवा गुप्ता कांप्लेक्स बनाया गया है। करीब एक डेढ़ साल पहले यहां पर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की टीम इस इल्लीगल कंस्ट्रक्शन को तोड़ने पहुंची थी, लेकिन तब भी यहीं से कुछ दूरी पर राजनीतिक शेल्टर के चलते एक साइट से इल्लीगल झुग्गियां हटा कर इस नाजायज कंस्ट्रक्शन को छोड़ दिया गया था। गुप्ता स्वीटस की मालिकी भी विवादों के घेरे में है और यहां भी सरकारी जमीन पर इल्लीगल निर्माण किया गया है। सुनने में ये भी आ रहा है कि ट्रस्ट के सरकारी अफसर 10 मार्च को आने वाले नतीजों को अब इंतजार कर रहे हैं और इन नतीजों के लिहाज से ही अपना अगला एक्शन तय करेंगे। इससे एक बात साफ है कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन रमण बाला सुब्रामनियम की छत्रछाया तले इस साइट पर कब्जा होने दिया गया और गरीबों के लिए फलैटों को गिरा अवैध निर्माण करने की इजाजत दे दी गई। इस पूरे मामले में मजेदार बात ये भी है कि ये पूरा एरिया शहर के मेयर बलकार सिंह संधू के वार्ड का हिस्सा है और उन्हें भी पूरे मामले की जानकारी होने के बावजूद उन्होंने इस इल्लीगल कंस्ट्रक्शन को रोकने की पहल नहीं की। ब्लकि उन पर कब्जाधारियों का समर्थन करने के आरोप भी लग रहे हैं। -------- पांच साल से चल रही इल्लीगल निर्माण का सिलसिला बात करें ऋषि नगर Y ब्लॉक सड़क का तो इस सड़क पर दर्जन भर से अधिक निर्माण (कंस्ट्रक्शन) ऐसे हैं, जो फलैटों को गिरा कर कामशिर्यल बिल्डिंग में तबदील हो गई हैं। इस सड़क पर बात करें तो इनमें बलाकी चिकन सबसे बड़ा उदाहरण है। जिसमें पहले चिकिन कीएक दुकान खोली गई और इसके बाद यहां पर ट्रस्ट अफसरों की मिलीभगत से इस दुकान को दोमंजिला बना दिया गया और मौके पर बलाकी चिकन कांपलेक्स खड़ा कर दिया गया। इस सड़क पर दर्जनों दुकानें हैं, जिन्हें 28 गज के फलैट को तोड़कर बनाया गया है। इनमें से 95 फीसदी अधिक फलैट ऐसे हैं जो एग्रीमेंट के जरिए आगे से आगे हाथ बेचे गए हैं और इसके बाद रसूख रखने वाले लोग इन्हें कामशिर्यल कांप्लेक्स में तबदील कर रहे हैं। बड़ी बात है कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के अफसर आंखें मूदें बैठे हैं। --------- वहीं इस बारे में जब इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के एसडीओ जसविंदर सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि फलैट गिराकर लैंटर डालने वाले व्यक्ति को नोटिस जार किया गया है और वहीं पुलिस कमिश्नर से भी दूसरी बार फोर्स की डिमांड ट्रस्ट ने की है।
Not The Proprietary Right Yet The Improvement Trust Officers Pretending To Issue Notices