यशपाल शर्मा, लुधियाना Road Rage Case: पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद नवजोत सिंह सिद्धू के बुरे दिन शुरु होते दिखाई दे रहे हैं। इसका आंकलन इस बात से लगाया जा सकता है कि वे पहले मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठते बैठते चूके और इसके बाद विधानसभा चुनाव हार गए। बुरे दिन यहीं पर खत्म नहीं हुई, इसके बाद उन्होंने पंजाब कांग्रेस की प्रधानगी गंवा ली और अब Road Rage Case में 34 साल पुराने मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें एक साल की सजा सुना दी है। सिद्धू के खिलाफ रोडरेज का मामला साल 1988 का है। सिद्धू का पटियाला में पार्किंग को लेकर 65 साल के गुरनाम सिंह नामक बुजुर्ग व्यक्ति से झगड़ा हो गया था। आरोप है कि हाथापाई में सिद्धू ने कथित तौर पर गुरनाम सिंह को मुक्का मार दिया। बाद में गुरनाम सिंह की मौत हो गई। पुलिस ने सिद्धू और उनके दोस्त रुपिंदर सिंह सिद्धू के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था। बात करें नवजोत सिंह सिद्धू के पिछले छह महीने की कारगुजारी की तो वे लगातार विवादों में घिरते चले गए और मीडिया तक से तू तड़क करना उनके लिए आम बात हो गई थी। अब ऐसे में उन्हें जेल में एक साल की कड़ी सजा के सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने उनकी हवा निकाल रख दी है।
Navjot Singh Sidhu Bad Days Begin