यशपाल शर्मा, लुधियाना लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट नए नए घोटाले रोज मुंह खोले हुए हैं। बस स्टैंड के बाद अब रानी झांसी रोड कांप्लेक्स के बाहर हर महीने लाखों रुपए की अवैध वसूली का मामला सामने आता दिखाई दे रहा है। जहां पर रोजाना एक दर्जन अवैध रेहडियों से तो अवैध वसूली जारी है, वहीं यहां इस सरकारी साइट पर अब कपड़ों की सेल भी लगा दी गई है। अगर इस साइट को शहर की सबसे पॉश साइट कहें तो इसमें कोई दो राय नहीं होगी। इससे पहले बस स्टैंड के पास इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की साइट पर इल्लीगल बसों की पार्किंग के जरिए हर महीने लाखों रुपए की रिकवरी का मामला सामने आया था और इसमें स्थानीय इलाका महिला कौंसलर के नाम तो सामने आया ही था और इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन रमण बाला सुब्रामनियम ने इस बड़ी ठगी में खुद को पाक साफ बताया था। ये कोई नई बात नहीं जब ट्रस्ट चेयरमैन खुद को पाक साफ बता अपनी दलील मीडिया को दे जाते हैं और साथ ही घाेटालों को खुलासा करने वालों को ब्लैकमैलर तक कहने में गुरेज नहीं करते। लेकिन रानी झांसी रोड कांपलेक्स की बाउंडरी के अंदर सरेआम चल रहे लाखों की अवैध वसूली के गोरखधंधे से वे खुद को कैसे किनारे करेंगे। इसका बड़ा कारण ये है कि इस सड़क से वे खुद कईं बार सप्ताह में गुजरते हैं। जैसे जैसे शाम ढ़लने लगती है, इस साइट की बाउंडरी में रेहडियों के सजने का अवैध धंध भी शुरु हो जाता है। जैसे ही रात का अंधेरा होता है, लाइटों से ये साइट चमचमाने लगती है। ------ हर महीने 5 लाख रुपए की अवैध वसूली इस साइट पर पहले कांग्रेस के मौजूदा विधायक कुलदीप वैद की ओर से शहर में शुरु की गई ट्रक शक नाम की फूड वैन खड़ी करने की मंजूरी लेकर इस साइट पर फूड पार्किंग बना दिया गया था। लेकिन वे तो इस साइट पर अपना ट्रक खड़ा करना बंद कर गए, लेकिन उसके बाद यहां पर बिना सरकारी पर्ची कटवा रेहडियां खड़ी करने का जमघट लग गया। बताया जाता है कि इस साइट के रखरखाव का जिम्मा चेयरमैन के खासमखास एसडीओ अंकित बत्तरा जिनका नाम ट्रस्ट की ई आक्शन व ई टेडरिंग में बड़ी सेंटिंग करने के साथ जुड़ रहा है को दिया गया है। बताया जाता है कि इन रेहड़ियों को बिना सरकारी पर्ची कटवाए यहां खड़ी करने की मंजूरी इसी अफसर की ओर से मोटी इललीगल फीस लेकर दी जाती है। कहा जाता है कि जैसे बादलों पर एक परमिट लेकर एक रुट पर दर्जनों बसें चलाई जाती हैं, वैसे ही यहां पर भी एक रेहड़ी की पर्ची काट कर बाकी सबसे मोटी फीस जो की रोजाना हजार रुपए से अधिक है, वो वसूली जाती है। -------- पहले रेहड़ियां और अब तो इल्लीगल सेल तक लगा दी साइट पर कहते हैं इलेक्शन कोड का बिगल कभी भी लग सकता है, इसलिए इस सरकारी साइट पर पहले केवल रेहडियां ही खड़ी कर अवैध वसूली हो रही थी, लेकिन अब तो यहां पर कपड़ों की सेल तक को मंजूरी दे दी गई है। इस साइट पर चल रही ये सेल अच्छे खासे शोरुम को भी मात देती दिख रही है। ---- वहीं इस बारे में जब एसडीओ अंकित बांसल से बात की गई तो उन्होंने इस मामले को बेहद हल्के में लेते कहा कि वे मौके पर जेई को भेजते हैं और साइट से रेहडियों को हटवाते हैं।
The Game Of Illegal Recovery Of Lakhs On The Government Site Of The Improvement Trust