चंडीगढ़। अमृतपाल सिंह को लेकर कुरुक्षेत्र का शाहाबाद में सुरक्षा एजैंसियां पैनी निगाह रखे हुए हैं। 10 दिन बीतने के बाद भी ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख अमृतपाल अब तक पुलिस के हाथ नहीं आया है। पुलिस ने अमृतपाल को पनाह देने वाली महिला बलबीर कौर और एक अन्य करीबी सुखप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया है। अमृतपाल शाहाबाद जाने से पहले बलजीत कौर के घर पर भी रुका था। जालंधर पुलिस ने शनिवार को हरियाणा से गिरफ्तार बलजीत कौर को रिमांड पर लेकर पूछताछ की है। शाहाबाद की सिद्धार्थ कॉलोनी की रहने वाली बलजीत कौर अमृतपाल के साथी पपलप्रीत सिंह के संपर्क में थी। पुलिस ने बलजीत कौर से सवाल किया कि वह हरियाणा की रहने वाली है। पपलप्रीत सिंह पंजाब का, फिर आपस में कैसे मिले? बलजीत कौर ने बताया कि दोनों का संपर्क सोशल मीडिया के जरिए हुआ था। अमृतपाल से सीधा कोई संपर्क नहीं था बल्कि वह महिला के परिचित पपलप्रीत सिंह के साथ अचानक शाहाबाद पहुंचा था। बलजीत कौर को इस बात का अंदाजा ही नहीं था कि पपलप्रीत उसके घर पर अमृतपाल को लेकर आ जाएगा। जब पपलप्रीत ने बलजीत कौर को कॉल की तो यही कहा कि वह घर आ रहा है, किसी दूसरे व्यक्ति के साथ होने का जिक्र उसने नहीं किया। रात को 9.40 बजे डोर बैल बजी तो पिता गुरनाम सिंह ने गेट खोला। बाहर पपलप्रीत के साथ एक और व्यक्ति था जो बाद में अमृतपाल निकला। अमृतपाल ने कपड़े बदल लिए थे और पगड़ी पहन रखी थी। अमृतपाल उसके घर 2 बैग लेकर आया था। एक बैग वह वहीं छोड़ गया था और दूसरा अपने साथ ले गया था। जाते समय उसने कहा था कि यह बैग उसके 2-3 आदमी उसके घर से ही ले जाएंगे। ऐसे में बलजीत व उसका भाई हरजिंद्र घबरा गए। बताया जा रहा है कि संबंधित बैग को हरजिंद्र ने एस.पी. कुरुक्षेत्र सुरेंद्र सिंह भौरिया के हवाले कर दिया था, जिसमें दो सिख चौले व तीन श्री साहिब ( छोटी कृपाण ) मिली थी। उधर इस मामले के खुलासे के बाद पंजाब पुलिस की एक टीम उसी दिन से शाहाबाद में डेरा डाले हुए है। पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भौरिया ने भी माना कि पंजाब पुलिस अभी भी क्षेत्र में मौजूद है और लगातार कुरुक्षेत्र पुलिस के संपर्क में है। दूसरी ओर सोमवार को बलजीत कौर की रिमांड अवधि खत्म हो जाएगी। इसके अलावा अमृतपाल के मामले में सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाकर माहौल खराब करने वाले लोगों पर भी पंजाब पुलिस नजर रख रही है।