हंबड़ा रोड डेयरियों के प्लाटों में हुई खरीद फरोख्त में मेयर बलकार सिंह संधू की कितनी सांठगांठ है, सूत्र बताते है कि इसकी जांच में विजिलेंस ब्यूरों की टीम जुट गई है। फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट में पकडे़ गए ट्रांसपोर्ट टेंडर घोटाले में पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू की गिरफतारी के बाद अब विजिलेंस आशू के नजदीकियों को पर शक की सुई घुमाए हुए हैं। इसके तहत विजिलेंस की ओर से मेयर बलकार सिंह से उनकी, उनकी पत्नी, बेटे व अन्य पारिवारिक सदस्य की ओर से खरीद गई प्रॉपर्टी का ब्यौरा मांगा गया था और इसमें से कुछ रिकार्ड उनकी ओर से विजिलेंस को उपलब्ध भी करवा दिया गया है व इसमें कुछ डेयरियों की खरीद करने का मामला इस कागजी रिकार्ड में आया है। जिसके बाद विजिलेंस ने भी अब डेयरी कांप्लेक्स में हुई खरीद फरोख्त को लैंस लगाकर देखना शुरु कर दिया है। इस पूरे मामले में अब नगर निगम डी जोन में तैनात क्लर्क कुलदीप सिंह को जल्द अपने पास बुला सकती है। कुलदीप सिंह वहीं क्लर्क है, जिस पर मेयर बलकार सिंह का पूरा आशीर्वाद रहा है और इसे पिछले तीन से चार सालों में किस किस ने डेयरी कांप्लेक्स में प्लॉट खरीदे हैं, इसकी पूरी जानकारी इसके पास है। गौर हो कि पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में खुद तत्कालीन मंत्री भारत भूषण आशू डेयरियों को शिफट करने का दबाव बनाए हुए थे और इसके लिए लगातार जिला प्रशासन के संपर्क में रहते थे। सूत्र बता रहे हैं कि बस इसी पूरे खेल में कईं डेयरियों को सस्ते दामों में खरीदा गया है और ये डेयरी इन्होंने खुद अपने नामों पर नहीं, ब्लकि किसी अन्य डेयरी शॉप मालिकों के नाम पर खरीद की है और पॉवर आफ आटर्नी इन्होंने अपने नामों पर ले रखी है। बताया जाता है कि इनका रिकार्ड अभी तक विजिलेंस के पास नहीं पहुंचा है। ------ डेयरियों में खरीद फरोख्त का बड़ा कारोबार, जांच हो तो निकल सकता है करोड़ों रुपए का स्कैम लुधियाना नगर निगम में दर्जनों ऐसे प्लाट थे जो कईं साल से पैमेंट अदायगी न होने के चलते कैंसिल कर दिए गए थे। नियमों के तहत ऐसे प्लाटों को नीलामी के जरिए नगर निगम बेच सकता था, लेकिन इसके उल्ट राजनीतिक दबाव के चलते ऐसे कैंसिल प्लाटों को नगर नगम कमिश्नर से मंजूरी लेकर बहाल कर दिया और इनकी पुरानी बनती रकम जमा करवा इनकी नए नाम पर रजिस्ट्री करवा दी गई। इस पूरी खरीद फरोख्त में कई बाहरी इंवेस्टर या नेता नहीं आए, ब्लकि उन्हीं लोगों ने इस खेल में रुचि दिखाई जो डेयरियों से जुडे़ हुए थे। शहर में ये सबको मालूम है कि मौजूदा मेयर बलकार सिंह व पूर्व मंत्री आशू का डेयरियों से बहुत पुराना रिश्ता जुड़ा हुआ है। खुद मेयर व पूर्व मंत्री की यहां पर डेयरी है और उनका परिवार इस कारोबार से जुड़ा हुआ है। यही कारण है कि यही दो नाम हैं, जो इस कांप्लेक्स में हुई खरीद फरोख्त में भी अब सबसे अधिक उछल रहे हैं। इसका एक कारण ये भी है कि पिछले 15 सालों में चाहे कोई भी सरकार रही हो, लेकिन पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू की हर सरकार में अच्छी पकड़ रही है और यही कारण है कि नगर निगम कमिश्नर भी उनके डेयरी से संबंधित किसी काम को रोकते नहीं थे। वहीं इंप्रूवमेंट ट्रस्ट से 69 ए के तहत हंबड़ा रोड पर बुडढा नाला के साथ साथ कईं एकड़ जमीन पर लईयर वैली बनाने में जो करोड़ों रुपए खर्च किया है, उसके पीछे डेयरियों को अगले सालों में कार्मशियल कांपलेक्स के तहत देखा जाना इसका बड़ा कारण माना जा रहा है। ------ वहीं इस बारे में जब एसएसपी विजिलेंस आरपीएस संधू ने बताया कि अभी इस पूरे मामले में इंवेस्टीगेशन चल रही है और मेयर की ओर से दी गई प्रॉपर्टी के ब्यौरे में डेयरी के प्लाटों का भी जिक्र है। ये कितने प्लॉट है और किस किस के नाम पर है, ये अभी इंवेस्टीगेशन का पार्ट है, इस बारे में वे कुछ नहीं बता सकते।
Mayor Balkar Singh Name Being Linked To Horse Trading In Hambara Road Dairies