यशपाल शर्मा, लुधियाना विजिलेंस ब्यूरो पंजाब की ओर से लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट एलडीपी घोटाले सहित अन्य मामले की जांच के अहम आफिसर व डीएसपी कर्मवीर सिंह चाहल का तबादला कर दिया गया है। भले ही ये तबादला करीब एक सप्ताह पहले किया गया है, लेकिन कर्मवीर सिंह पर इस तबादले की गाज लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट घोटाले की जांच से जोड़कर ही देखी जा रही है। कर्मवीर सिंह चाहल को विजिलेंस ब्यूरो बटाला ट्रांसफर किया गया है और उनकी जगह अब डीएसपी सुखविंदर सिंह को ये चार्ज दिया गया है। बड़ी बात है कि लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में जिस रिश्वतखोरी मामले में ईओ कुलजीत कौर, क्लर्क प्रवीण कुमार व क्लर्क हरमीत सिंह को ट्रेप के लगाकर विजिलेंस इक्नोमिक विंग की ओर से गिरफतार किया गया था, उसमें अहम भूमिका इन्हीं डीएसपी कर्मवीर सिंह चाहल की थी। इसके बाद एक अन्य एफआईआर जिसमें एलडीपी घोटाले व ई आक्शन में धांधली के आरोपों के तहत इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन रमण बाला सुब्रामनियम, उनके पीए रहे संदीप शर्मा, एसडीओ अंकित नारंग, क्लर्क प्रवीण शर्मा, क्लर्क गगनदीप गोयल सहित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को इसमें नामजद किया था, में भी केस के आईओ कर्मवीर सिंह ही थे। विजिलेंस इक्नोमिक विंग ने ये एफआईआर नंबर 9 जिसे 28 अगस्त 2022 को दर्ज किया गया था। लेकिन समय बीतते विजिलेंस डीएसपी कर्मवीर सिंह आराेपियों को गिरफतार करने में नाकामयाब रहे तो वहीं इसके बाद कोर्ट में भी इस एफआईआर मुताबिक अहम आरोपी रमण बाला सुब्रामनियम भी हाईकोर्ट से राहत लेने में कामयाब हो गए। इतना ही नहीं विजिलेंस की केस में इसी ढीली पकड़ के चलते जहां पहले जालंधर के प्रॉपर्टी डीलर मंजीत सेठी जिसे प्लॉट नंबर 9 बी की अलॉटमेंट मामले में केस में नामजद किया गया था, को हाईकोर्ट से राहत मिली और इसके तुरंत बाद पूर्व चेयरमैन रमण बाला सुब्रामनियम, क्लर्क अंकित नारंग व इसके बाद एक्सईन बूटा राम भी कोर्ट से राहत पाने में कामयाब हो गए। बताया जाता है कि इस पूरे मामले में उक्त डीएसपी संबंधी कईं शिकायतें भी चंडीगढ़ में विजिलेंस के चीफ डायरेक्टर वरिंदर कुमार के पास भी पहुंच रही थी। वहीं दूसरी ओर से इंटरनल विजिलेंस की ओर से इस केस संबंधी इनपुट अधिक अच्छे नहीं आ रहे थे और ये भी चहल के तबादले की अहम वजह बने। -------- जानें कैसे विजिलेंस ने गंवाई इस पूरे केस पर से अपनी पकड़ -28 अगस्त 2022 को विजिलेंस इक्नोमिक विंग की ओर दायर इस एफआईआर में कम रिकवरी दिखाए जाने पर उठे सवाल - 28 अगस्त 2022 को दायर हुई इस एफआईआर में नामजद आरोपी रमण बाला सुब्रामनियम व एसडीओ अंकित नारंग को गिरफतार न कर पाना बना बड़ा सवाल - बीआरएस नगर 100 व 64 गज के मकानों में मरे हुए अलाटियों के एवज में जाली अलाटी खडे़ करने के मामले में नहीं हो पाई कोई गिरफतारी बना एक सवाल -इस एफआईआर में ओरियंट सिनेमा की बकाया माफी में सरकार को लगी करोड़ों की ठगी मामले को रखा गया दूर बना बड़ा सवाल -एलडीपी प्लॉटों की अलॉटमेंट में धांधली की एफआईआर के बावजूद किसी भी अलॉटी को गिरफतार न कर पाना बना बड़ा सवाल -हाईकोर्ट के विजिलेंस एफिडेविट में ऐसी क्या कमी थी कि जिसके चलते रमण बाला सुब्रामनियम को कोर्ट से मिली राहत एक सवाल -हाईकोर्ट की ओर से रमण बाला सुब्रामनियम को दी गई राहत के आदेशों में भी डीएसपी कर्मवीर सिंह बयानों का हवाला बना एक बड़ा सवाल विजिलेंस डीएसपी कर्मवीर सिंह पर गिरी बटाला तबादले की गाज, तबादले में लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट जांच से जुडें हैं तार
Vigilance Dsp Karmaveer Singh Batala Transfer Many Questions Were Arising