वीरवार को लुधियाना कोर्ट कांप्लेक्स की तीसरी मंजिल में हुए बम बलास्ट ने पूरे पजाब वासियों को हैरानी में डाल खड़ा किया है। इस पूरे मामले की जांच में लुधियाना पुलिस के साथ साथ अब केंद्रीय जांच एजेंसियां भी जुट हुई हैं। आज केंद्रीय जांच एजेंसियां की ओर से कोर्ट कांप्लेक्स में बलास्ट वाली जगह पर पहुंच कईं तरह के पेहलुओं पर जांच की और इसके सुराग जुटाने की कोशिश की। लुधियाना पुलिस की ओर से कल ये भी दावा किया गया था कि जिस व्यक्ति के इस बम बलास्ट में चीथडे़ उड़ गए, शायद उसी ने बम बलास्ट किया हो और हो सकता हो कि वो सुसाइड बमर हो। लेकिन इस सब के पीछे भी कईं तरह के सवाल जनता के जहन में घूमते दिख रहे हैं। जैसे कि जिस व्यक्ति की इस बम धमाके में मौत हुई अगर वो इस पूरे बम बलास्ट में शामिल था, तो उसने बाथरुम के अंदर ही जाकर क्यों बम धमाका किया। अगर ये कोई सुसाइड बमर था तो उसने लोगों की भीड़ में ये धमाका क्यों नहीं किया। बड़ा सवाल ये भी है कि आखिर ये धमाका कोर्ट परिसर में ही क्यों किया गया। आज ये भी कुछ संभावनाए सामने आ रही है कि बम धमाके में जाे शख्स मारा गया है, वो पुलिस का पूर्व मुलाजिम था और वे पंजाब पुलिस का पूर्व हवालदार गगनदीप सिंह है। जिसे नशा तस्करों के साथ बडे़ सतर पर संबंध होने के चलते उसे डिस्मस कर दिय गया था। बताया जाता है कि गगनदीप सिंह खन्ना थाने में बतौर मुंशी तैनात था और नशे के मामलों में उसकी एक केस में गिरफतारी हुई थी और दो साल जेल काट कर कुछ ही समय पहले बाहर आया था। बताया जाता है कि उसके परिवार वालों ने टैटू के जरिए उक्त युवक की पहचान की है। लोगों की ओर से जिस तरह कयास लगाए जा रहे हैं,हो सकता है पुलिस के पास उसका सही जबाव भी हो और शायद अगले एक दो दिनों के भीतर इस मामले में पुलिस प्रेसवार्ता भी कर सकती है।
Is The Investigation Of The Police Going In The Right Direction