बोगस बिलिंग मामले में करोड़पति होजरी व्यापारी नरेंद्र चुघ पर एफआईआर, 18 बोगस कंपनीज के जरिये14 करोड़ का फ्रॉड करने के आरोप

Nov 20, 2021 / /
सेंट्रल जीएसटी डिपार्टमेंट की शिकायत पर लुधियाना पुलिस की ओर से करोड़पति होजरी व्यापारी नरेंद्र चुघ पर बोगस बिलिंग मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस एफआईआर में सतीश शर्मा, रोहित कुमार गुप्ता, CA अंकुर गर्ग, अमन सग्गड़ और रामविलास यादव का नाम शामिल है । जिन हालातों में पुलिस की ओर से यह एफआईआर दर्ज की गई है उससे साफ पता लगता है कि सेंट्रल जीएसटी डिपार्टमेंट को भी यह एफआईआर करवाने में काफी जद्दोजहद का सामना करना पड़ा है। इसका बड़ा कारण है कि सेंट्रल जीएसटी की ओर से पुलिस कमिश्नर के पास 11 नवंबर को यह शिकायत देते हुए एफ आईआरदर्ज करने को कहा गया था लेकिन यह एफआईआर दर्ज होते होते करीब 1 सप्ताह लग गया और डीए लीगल की रिपोर्ट के बाद यह केस फ़ाइल किया गया। पुलिस की ओर से दर्ज की गई f.i.r. मुताबिक फर्जी कंपनियां बनाकर जाली जीएसटी बिल तैयार करके करीब 8. 98 करोड रुपए का इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम किया गया और करीब 4 करोड़ 80 लाख का जीएसटी रिफंड लिया गया। इस f.i.r. मुताबिक कुल 13.78 करोड रुपए का यह फ्रॉड किया गया। इस पूरे घोटाले को अंजाम देने के लिए बड़े होजरी कारोबारी और एक्सपोर्टर एक्सपोर्टर नरेंद्र चुघ की ओर से कुल 18 कंपनियां जिनमें 12 कंपनी पंजाब में और बाकी की छह कंपनियां दिल्ली और हरियाणा में बनाई गई थी। सेंट्रल जीएसटी की रिपोर्ट मुताबिक ये कंपनियां लंबे समय से बिना सामान की सप्लाई के जाली इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम करती आ रही थी। इतना ही नहीं यह कंपनी लंबे समय से एक्सपोर्ट बेनिफिट भी ले रही थी। नरेंद्र चुघ के इस पूरे रैकेट को चलाने में उनके अकाउंटेंट सतीश शर्मा, बैंकिंग सिस्टम को ऑपरेट करने वाले रोहित कुमार गुप्ता, जीएसटी की रिटर्न और रिफंड लेने में अहम भूमिका निभाने वाले CA अंकुर गर्ग, बैंकिंग ऑपरेशन को मैनेज करने वाले अमन सग्गड़ और उनके एक एंप्लाई रामविलास यादव की अहम भूमिका रही। डिपार्टमेंट की और से 24 फरवरी 2021को नरेंद्र चुघ के दिल्ली स्थित नेब वैली सैनिक फार्म में सर्च की गई थी । इस सर्च दौरान घर में नरिंदर चुघ और उनके परिवार का कोई सदस्य वहां नहीं मिला था। इस सर्च में उनके घर में मौजूद उनके सिक्योरिटी गार्ड अमित कुमार के मोबाइल से मिली कॉल डिटेल और whatsapp मैसेज में श्रीमती पावनी चुघ नरेंद्र चुग की बहू है, के ऑडियो मैसेज पाए गए थे। इस ऑडियो मैसेज में अमित कुमार और नरेंद्र चुघ और उनकी फैमिली मेंबर्स के बीच हुई सारी whatsapp चैट और सबूतों को डिलीट करने को कहा गया था। इसके बाद नरेंद्र चुघ की इंक्वारी और उनके ठिकानों पर लगातार निगाह रखी गई, लेकिन नरेंदर चुघ कहीं भी हाथ नहीं लगा। रामविलास यादव जो कि कंपनी में एक मुलाजिम था वह नरेंद्र चुघ की कुल 18 कंपनियों में से दो कंपनियों में पार्टनर की भूमिका में था। इन कंपनियों के नाम ARV exim और Ms apparels था, में कोई मशीनरी नहीं लगाई गई थी। पुलिस ने धारा 420, 465, 467, 468, 471 और 120 B के तहत थाना पीएयू में ये केस रजिस्टर्ड किया है। -----बॉक्स में ले इन कंपनियों के बलबूते किया गया फर्जीवाड़ा
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