विजिलेंस की ओर से फूड एंड सप्लाई ट्रांसपोर्ट टेंडर घोटाले में फरार चल रहे आरोपियों को अब भगोड़ा करार करने पर काम करना शुरू कर दिया है। इसकी पुष्टि एसएसपी विजिलेंस ब्यूरो रविंदर पाल सिंह संधू की ओर से की गई है । गौर हो कि फूड एंड सप्लाई घोटाले में डिपार्टमेंट के अधिकारी राकेश सिंगला, कांट्रेक्टर संदीप भाटिया व जगरुप सिंह सहित पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर भारत भूषण आशू के दो तथाकथित पीए जिनमें मीनू पंकज मल्होत्रा और इंद्रजीत सिंह इंदी के नाम शामिल है, फरार चल रहे हैं। विजिलेंस की ओर से इस मामले में 90 दिन बाद चालान पेश किया जा सकता है और इसके चलते विजिलेंस की ओर से इस मामले में फरार चल रहे इन आरोपियों को पीओ भगोड़ा करार देने की प्रक्रिया भी आरंभ करनी शुरू कर दी है । बड़ी बात है कि विजिलेंस लगातार इस मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए विभिन्न जगहों पर छापामारी भी कर रही है लेकिन उन्हें कहीं से भी कामयाबी हासिल नहीं हो रही। इससे पहले विजिलेंस की ओर से मीनू मल्होत्रा की कहीं प्रॉपर्टीयों की भी पैमाइश कर इस पर रिपोर्ट तैयार की जा चुकी है। वही इस मामले में माननीय हाईकोर्ट की ओर से एक्स मंत्री भारत भूषण आशू की ओर से लगाई गई अपनी जमानत याचिका पर कोर्ट की ओर से फैसला रिजर्व रखा गया है और उम्मीद की जा रही है अब यह फैसला 9 अक्टूबर के बाद आ सकता है।
Vigilance Started The Process Of Declaring The Accused Absconding In The Food And Supply Scam As Po