कांग्रेस आलाकमान को ज़मीनी कार्यकर्ताओं को मजबूत करने व एक दूसरे की खींचातानी करने वाले वरिष्ठ नेताओं को नकेल डालने की जरूरत। यह सुझाव पंजाब कांग्रेस के महासचिव परमिंदर मेहता ने कांग्रेस प्रधान सोनिया गांधी को भेजे पत्र में देते हुए कहा कि पंजाब में पार्टी हार के मुख्य कारण पिछले लंबे समय से राज्य में पार्टी संग़ठन का ना गठित होना तथा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की आपसी खिंचातानी को देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सत्ता में रहते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री कार्यकाल में जो कार्य हुए वह पार्टी को बहुत हद तक कमज़ोर कर गए। मेहता ने पार्टी द्वारा अपनी दूसरे नम्बर की लीडर शीप को ध्यान ना देने तथा अधिकतर उसी लीडर शीप के पार्टी बदल कर आप में जाकर विधायक बनने को पार्टी के लिए बड़े ख़तरे की घण्टी बताते हुए कहा कि अगर अभी भी समय रहते कांग्रेस हाईकमान ने अपने कार्यकर्ताओं व सेकेंड लीडरशिप को नही सम्भाला तो आने वाले समय में पार्टी को और भारी नुकसान होना होना निश्चित है। उन्होंने पार्टी हाईकमान से अनुरोध किया कि पंजाब में विधानसभा चुनाव में पार्टी व अधिकतर विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं यहां तक कि पूर्व मुख्यमंत्रीओ तक की भारी हार को देखते हुए उन्हें राज्य संगठन की कमान पार्टी में दूसरे नंबर की लीडर शिप के हाथों सोपने पर जोर दिया। जिससे वह पार्टी व खुद को सत्ता के पास पुनः पहुचाने के लिए दिन रात एक कर सकें।
Congress High Command Needs To Knock Out The Senior Leaders Who Are Dragging Each Other