एक तरफ जहां लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन रमन बालासुब्रमण्यम प्राइवेट कॉलोनी में बनाई अपनी कोठी के साथ बीएसनगर स्कीम के सरकारी पार्क की जमीन पर गेट लगा कब्जाने के आरोपों से घिरे हुए हैं तो वहीं दूसरी ओर उन्हीं की छत्रछाया में कब्जाधारी भी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए शहर में दिखाई देने लगे हैं। यह जो आपको फोटो दिखाई दे रही है, यह लुधियाना के इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के ऋषि नगर में पड़ते Y ब्लॉक में गरीब लोगों के लिए बनाए ईडब्ल्यूएस फ्लैटों को तोड़ बन रही कमर्शियल बिल्डिंग का है। बड़ी बात है कि यहां सालों पुराने बनाए गए गरीबों के फ्लैटों को पूरी तरह से साफ कर दिया गया है और इन्हीं चुनावी दिनों में इस साइट से फ्लैटों का मलबा उठाकर कमर्शियल बिल्डिंग का निर्माण शुरू करवा लेंटर तक डलवा दिया गया है । बड़ी बात है कि इस साइट से कुछ ही मीटर की दूरी पर लुधियाना वेस्ट विधानसभा से कांग्रेस के उम्मीदवार भारत भूषण आशू का ऑफिस खोला गया था,जिसमें इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन रमन बालासुब्रमण्यम व लुधियाना के मेयर बलकार सिंह रोजाना पहुंच ड्यूटी देते थे। ऐसे में एक बात साफ है कि यह पूरा निर्माण इन्हीं नेताओं के इशारों पर धड़ल्ले से करवाया गया और इसी के चलते इलीगल कंस्ट्रक्शन पर कोई एक्शन तक नहीं लिया गया। इसी मौजूदा साइट के साथ ही पहले फ्लैट में ही दुकान निकालकर किरयाने का काम शुरू किया गया था और चुनावी दिनों में ही इस फ्लैट को पूरी तरह साफ कर कमर्शियल बिल्डिंग का रूप दे दिया गया और अब इसके पीछे भी एक अन्य कमर्शियल बिल्डिंग का निर्माण जारी है। इससे साफ है कि इलीगल कंस्ट्रक्शन कराने वाले वालों के कितने हौसले खुल गए हैं कि उन्होंने ईडब्ल्यूएस फ्लैट को मौके से पूरी तरह साफ कर दिया और इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की इंजीनियरिंग ब्रांच का एसई से लेकर जेई स्तर तक का कोई अफसर मौके पर इलीगल कंस्ट्रक्शन को रुकवाने नहीं आया। इतना ही नहीं चुनावी दिनों में तो इस बिल्डिंग पर कांग्रेस के झंडे तक दिखाई दे रहे थे। इससे एक बात साफ है कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन रमन बालासुब्रमण्यम जो कि अपने आप को बड़े ही ईमानदार और पढ़े लिखे व्यक्ति बताते हैं,किस तरह से इलीगल बिल्डिंग निर्माण में जुटे लोगों का खुलेआम साथ दे रहे हैं। सुनने में यह भी आ रहा है कि इन फ्लैट तोड़कर इन इलीगल कमर्शियल बिल्डिंग बना रहे इन लोगों के पास मालिकी के कागजात तक नहीं है और सरेआम उन्हें कब्जा करने की हरी झंडी दे दी गई है । बात करें नियमों की तो सरकारी फ्लैटों को तोड़कर खुद इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को यहां किसी बिल्डिंग खड़े करने का अधिकार नहीं है तो ऐसे में यह इलीगल बिल्डिंग का निर्माण करने वाले लोग किसकी शाह पर यह निर्माण कर रहे हैं। करीब 2 महीने पहले जब इस फ्लैट को तोड़कर यह निर्माण शुरू किया गया था तब इस साइट पर कांग्रेस के झंडे लगाकर यह साफ कर दिया गया था कि इस बिल्डिंग को कांग्रेसी नेताओं की शह पर बनाया जा रहा है इसकी फोटो भी ई न्यूज पंजाब के पास उपलब्ध है। -- 4 फ्लैटों को तोड़कर बनाई जा रही है कमर्शियल बिल्डिंग बात करें इस निर्माण की तो यहां पर ग्राउंड व पहली मंजिल पर कुल 4 फ्लैट थे, जिनमें से एक फ्लैट का कवर एरिया करीब 28 गज का था । बड़ी बात है कि ऋषि नगर Y ब्लॉक में 300 से अधिक फ्लैट ऐसे हैं जिनकी किस्तों का भुगतान अभी तक इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के रिकॉर्ड में पेंडिंग है और यह आगे से आगे कागजों में बिकते रहे हैं। ऐसे में इन लोगों की इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के रिकॉर्ड में मालिकी तक नहीं है, तो ट्रस्ट कैसे इन कब्जा धारियों को मौके पर बिल्डिंग बनाने की इजाजत दे रहा है । यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है। - --सरकार को सीधे-सीधे करोड़ों का चूना बात करें इस इलीगल कंस्ट्रक्शन की तो यहां से कुछ ही मीटर की दूरी पर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के शॉप कम ऑफिस या बोले शॉप कम फ्लैट हैं। अगर इन फ्लैटों को तोड़कर ही लोगों को कमर्शियल बिल्डिंग बनाने की इजाजत दे दी जाएगी तो सरकार की ओर से करोड़ों की कीमत में बेचे जाने वाली प्रॉपर्टी का कोई खरीदारी नहीं रहेगा और अगर कोई आएगा भी तो वह सरकारी रेट के मुताबिक पैसा नहीं भरेगा। यही कारण है कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने मार्केट में मंदी कहकर अधिकतर प्रॉपर्टीज का सरकारी रेट या बोले रिजर्व रेट कम कर इनकी ईऑक्शन कराई और और 5 साल पहले के मुकाबले कम रेट पर यह प्रॉपर्टी बेच डाली । इससे साफ है कि ऐसी इलीगल कंस्ट्रक्शन सरकार को सरेआम करोड़ों रुपए का चूना लगा रही है और और इन इलीगल कंस्ट्रक्शन का निर्माण रोकने को सरकार के खजाने से लाखों रुपए का वेतन लेने वाले अफसर चंद दो नंबर की कमाई अपनी जेब में भरने को ऐसी इलीगल कंस्ट्रक्शन को हरी झंडी दिए हुए हैं। --- पिछले करीब 2 महीने से चल रही इस इलीगल कंस्ट्रक्शन के बारे में जब इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के एक्सियन जगदेव सिंह से बात की गई तो उन्होंने इस ढंग से जवाब दिया कि जैसे उन्हें इस कंस्ट्रक्शन के बारे में कोई जानकारी नहीं है और बोले कि उन्हें फोटो भेजे तो तुरंत वे इस पर एक्शन लेंगे ।जबकि कुछ इसी अंदाज में इस स्कीम के एसडीओ जसविंदर सिंह भी इलीगल कंस्ट्रक्शन के बारे में जानकारी ना होने की बात कह मामले से पल्ला झाड़ते दिखे। वह बोले हो सकता है चुनाव ड्यूटी की व्यस्तता में ऐसा हो गया हो।
Put Down The Government Flat To Erect A Commercial Building