मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज चुनाव आचार संहिता लागू होने से कुछ घंटे पहले ही 1987 बैच के आइपीएस अफसर वीके भावरा को पंजाब का नए डीजीपी घोषित कर दिया I पिछले 3 महीनों में वीके भावरा तीसरे ऐसे आईपीएस हैं जिन्हें डीजीपी के पद पर लगाया गया है, हालांकि इससे पहले लगाए गए दोनों आईपीएस पंजाब सरकार की ओर से लगाए गए थे, लेकिन भावरा को यूपीएससी को भेजे गए आईपीएस के नामों मुताबिक फाइनल पैनल मुताबिक चुना गया हैं I इसके साथ ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के चहेते आईपीएस सिद्धार्थ चटोपाध्याय की डीजीपी के पद से छुट्टी हो गई I गौर हो कि यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन की ओर से चार जनवरी को ही पंजाब में स्थायी डीजीपी लगाने के लिए तीन अफसरों का पैनल भेज दिया गया था। सूत्रों की मानें तो यूपीएससी की ओर से भेजे गए पैनल पर शुक्रवार देर रात तक मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा , मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी और गृह विभाग के एडिश्नल चीफ सेक्रेटरी अनुराग वर्मा आदि के बीच किसके नाम पर मोहर लगाई जाए पर चर्चा की गई लेकिन कोई फैसला नहीं लिया जा सका। बताया जा रहा है कि आज सीएम ने भावरा के नाम पर मोहर लगा दी है