यशपाल शर्मा, लुधियाना आगामी विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब की राजनीति में बडे़ ऊथल पुथल का सिलसिला आरंभ हो चुका है। आज कांग्रेस के पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सोढ़ी ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देते हुए भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। पंजाब भाजपा के चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने एक कार्यक्रम दौरान उनका स्वागत किया। राणा गुरमीत ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ की फोटो ट्वीट कर लिखा कि मैं भाजपा का आभार जताता हूं कि पंजाब और पंजाबियत के लिए काम करने की मेरी प्रतिबद्धता का सम्मान किया गया। माननीय अमित शाह जी द्वारा किए गए स्वागत से मैं अभिभूत हूं। जो पंजाब को भारत का सबसे विकसित राज्य बनाने के लिए संकल्पित हैं। पार्टी नेतृत्व को उनके प्रति विश्वास जताने के लिए वह आभार जताते हैं। सोढ़ी के भाजपा में शामिल होने के साथ ये साफ हो गया कि पंजाब में अब भाजपा अपना कद बढ़ाती दिखाई दे रही है और इस पूरे प्रकरण में बड़ी सेंधबाजी कांग्रेस में लगती दिख रही है। राजनीतिक समीकरणों की बात करें तो बड़ी चर्चा है कि पंजाब के आधा दर्जन से अधिक कांग्रेस के मौजूदा कैबिनेट मंत्री भाजपा शामिल होने के लिए पार्टी हाईकमान के संपर्क में हैं, ये खुलासा सोशल मीड़िया में बड़ी सुर्खी बना हुआ है और सरकारी डिपार्टमेंटों से लेकर बडे़ घरानों में इस बात की चर्चा बडे़ जोर शोर से हो रही है। हालांकि ई न्यूज पंजाब किसी तरह से भी इस खबर की कोई पुष्टि नहीं करता और न इस मामले में किसी तरह की सच्चाई का दावा करता है। लेकिन आज राणा गुरमीत सिंह जो की पूर्व कैबिनेट मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेहद खास कहे जाते हैं, उनकी ओर से कांग्रेस छोड़ने के बाद कैप्टन की नई पार्टी में शामिल हाेने की बजाय भाजपा का हाथ थामने से कहीं न कहीं इन अफवाहों में भी कुछ कुछ सच्चाई दिखने लगी है। अगर इन अफवाहों में जरा भी सच्चाई है तो इन मंत्रियों के क्या कारण रहें होंगे कि वे भाजपा में शामिल होने की प्लानिंग कर रहे हैं। कांग्रेस में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच चल रही खींचतान किसी से भी छिपी नहीं । इतना नहीं बीच बीच में कांग्रेस के दिग्गज नेता सुनील जाखड़ व प्रताप सिंह बाजवा भी कहीं न कहीं अपा शिगूफा छोड़ देते हैं। फिलहाल बात करें तो राजनीतिक अखाडे़ में इस समय कांग्रेस व आम आदमी पार्टी में कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है और इसके बाद शिअद व भाजपा का नाम लिया जा रहा है। लेकिन अगर अफवाहों को सच मान लिया जाए तो पंजाब की पूरी राजनीतिक पिक्चर ही बदल सकती है। सोशल मीडिया पर इन कैबिनेट मंत्रियों के भाजपा में शामिल होने की चर्चा ! भाजपा में शामिल होने वाले मौजूदा कैबिनेट मंत्रियों में विजयइंद्र सिंगला, ब्रहम महिंदरा, राणा गुरजीत सिंह, तृप्त राजिंदर बाजवा, सुख सरकारिया, ओपी सोनी, भारत भूषण आशू का नाम लिया जा रहा है। जबकि पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सोढ़ी आज भाजपा में शामिल हो गए हैं। इतना ही नहीं कांग्रेस के 4 सांसद भी भाजपा के संपर्क में बताए जा रहे हैं। इस पूरे मामले कितनी सच्चाई हैं, इसका खुलासा 27 दिसंबर को पंजाब में भाजपा की रैली दौरान हो जाएगा। इस रैली में खासतौर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिरकत करने जा रहे हैं। ---------- पूरे घटनाक्रम में कैप्टन की रह सकती है बड़ी भूमिका ! अगर कांग्रेस के कैबिनेट मंत्री अपनी पार्टी को छोड़ भाजपा में पलटी मार जाते हैं तो इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को कुर्सी से हटाने कांग्रेस को बड़ा भारी पड़ गया। असल में बतौर पंजाब के सीएम रहते कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास अपने सभी मंत्रियों के कच्चे चिटटे व विवादित फाइलें अपने पास रखी गई थी और अगर कैप्टन कांग्रेस से बाॅय बॉय कह अगर दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात करके आए तो इस दौरान वे उन तक क्या क्या पहुंचाकर आए इस पर अभी प्रश्नचिंह है। अगर ये विवादित दस्तावेज अमित शाह तक पहुंच चुके हैं तो बड़ी बात नहीं कहीं ये सभी ऊंट पहाड़ के नीचे न आए गए हों। ----- सियासी चर्चाओं के मुताबिक, पूर्व मंत्री राणा सोढ़ी परिवार 2 सीटों से चुनाव लड़ सकते है। राणा सोढ़ी इस वक्त गुरुहरसहाय से विधायक हैं, लेकिन वह फिरोजपुर शहर से भी चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। गुरुहरसहाय से राणा सोढ़ी लगातार 4 बार विधायक बन चुके हैं। इस बार वह फिरोजपुर शहर से लड़ सकते हैं, जबकि उनके बेटे अनुमीत सिंह हीरा सोढ़ी या बेटी एडवोकेट गायत्री बेदी में से कोई एक गुरुहरसहाय से चुनाव लड़ सकता है।
Former Congress Cabinet Minister Rana Gurmeet Sodhi Joins Bjp